MP News: कल बाल दिवस के दिन मातृ-पितृ भक्ति दिवस मनाएंगे मंत्री सारंग, बुजुर्गों को करेंगे सम्मान
Madhya Pradesh: कल मंत्री विश्वास सारंग के पिता कैलाश सारंग की पुण्यतिथि है जबकि उनकी माता स्व. प्रसून सारंग की जयंती है. इस मौके पर मंत्री 20 हजार से अधिक बुजुर्गों का सम्मान करेंगे.
Madhya Pradesh News: उच्च शिक्षा मंत्री और नरेला विधानसभा क्षेत्र से विधायक विश्वास कैलाश सारंग कल 14 नवंबर को मातृ-पितृ भक्ति दिवस मनाएंगे. कल मंत्री विश्वास सारंग (Vishvas Sarang) के पिता कैलाश सारंग की पुण्यतिथि है जबकि उनकी माता स्व. प्रसून सारंग की जयंती है. इस अवसर पर 14 नवंबर को मंत्री विश्वास सारंग ने मातृ-पितृ भक्ति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया है. इस मौके पर नरेला विधानसभा क्षेत्र में 20 हजार से अधिक बुजुर्गों का सम्मान भी किया जाएगा.
मंत्री सिश्वास सारंग ने बताया कि बीजेपी के संस्थापक कैलाश सारंग की पुण्यतिथि के अवसर पर पूरे देश में मातृ-पितृ भक्ति दिवस के रूप में मनाया जाएगा. इस मौके पर नरेला विधानसभा में कार्यक्रम आयोजित कर 20 हजार से अधिक बुजुर्गों का सम्मान किया जाएगा. आयोजन को लेकर नरेला विधानसभा क्षेत्र में रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. इस रजिस्ट्रेशन के जरिए वृद्धजनों का चयन किया जाएगा. आयोजन के दौरान बुजुर्गों के पांव पखारे जाएंगे.
पूरी जिंदगी लगा दी सेवा कार्य में
मीडिया को संबोधित करते हुए मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि हमारे पिता श्री कैलाश सारंग ने अपनी पूरी जिंदगी ही सेवा के कार्य में लगा दी. उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए उनकी प्रेरणा से हमने अलग-अलग सेवा के प्रकल्प शुरु किए हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पिता ने यह सीख दी कि वह बुजुर्ग जिनकी बदौलत आज हम इस धरा पर हैं उनकी सेवा जरूर होनी चाहिए, यह उनका सपना था. उन्होंने कहा कि उनके सपने को पूरा करने के लिए हमने निश्चय किया कि पिता की पुण्यतिथि पर माता की जयंती पर मातृ-पितृ भक्ति दिवस के रूप में मनाएंगे. मंत्री विश्वास सारंग ने युवाओं को सीख देते हुए कहा कि युवा अपने माता-पिता की सेवा ही नहीं बल्कि उनकी पूजा भी करें. माता-पिता ही हमारे भगवान हैं. इसलिए हम लगभग 20 बुजुर्गों का हम सम्मान करेंगे जिनका आशीर्वाद हमें मिलना चाहिए.
कमलनाथ पर क्या कहा?
मंत्री विश्वास सारंग ने कमलनाथ को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि यह दादागिरी और धमकी वही दे सकता है जिसके दामन पर 84 के दाग हों. कमलनाथ ने हमेशा दादागिरी की राजीनीति की है. इस तरह की बातों का लोकतंत्र में स्थान नहीं है. यह पत्र कमलनाथ की कुंठा और भय को प्रदर्शित करता है. यह कमलनाथ की प्रेशर पॉलिटिक्स को इंगित करता है. उन्होंने कहा कि मीडिया में आने के लिये कमलनाथ अपने एसी कमरों में काम करने लगते हैं.