MP Weather News: मध्य प्रदेश के पूरे महाकौशल इलाके में ओले गिरने से फसलों को भारी क्षति हुई है. संपूर्ण महाकौशल क्षेत्र के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि के कारण किसानों की चना, मसूर, मटर, गेंहू की फसलों को भारी नुकसान पहुंचा है. रविवार (11 फरवरी) को जबलपुर सहित आसपास के जिलों में लगातार ओले और बारिश की खबरें आती रहीं.


दरअसल, रविवार (11 फरवरी) को आचानक बदले मौसम से महाकौशल के कई जिलों में तेज बारिश के साथ ओले गिरे. इससे जहां ठंड बढ़ गाई, वहीं खेतों में लगी फसलों को नुकसान हुआ. बर्फीली बौछारों ने पूरे शहर को कंपकंपा दिया. ग्रामीण और आसपास के जिलों से भी ओलावृष्टि की खबर मिलती रही है. मौसम विभाग ने कहा है कि ऐसे हालात अगले एक-दो दिन तक और बने रहेंगे.






ओले गिरने से खेत और सड़कों पर बर्फ की चादर
वहीं, चंद मिनट की ओलावृष्टि में करीब 35 प्रतिशत तक फसल खराब होने की संभावना जताई जा रही है. सुबह दिन निकलने से पहले ही बादलों की तेज गड़गड़ाहट के साथ जबलपुर सहित अन्य जिलों में बारिश और ओले गिरने का सिलसिला शुरू हो गया था. करीब 10 मिनट तक ओले गिरे. इससे खेतों और सड़कों पर बर्फ की सफेद चादर सी बिछ गई. वहीं, दिन भर रुक- रुककर बारिश होती रही. तेज हवाओं के कारण तापमान में गिरावट दर्ज की गई.


इसलिए बदला मौसम
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि जबलपुर, नर्मदापुरम संभाग के कई जिलों में बारिश के आसार हैं. जानकार बताते हैं कि अभी दक्षिणी गुजरात के आसपास चक्रवात एक्टिव है. वहीं, ट्रफ लाइन भी गुजर रही है। इसका असर भी जबलपुर सहित मध्यप्रदेश के कई हिस्सों पर पड़ा है.मौसम में बदलाव से दिन के तापमान में गिरावट देखी गई. रविवार को शहर का अधिकतम तापमान 22.3 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम था. वहीं न्यूनतम तापमान 12.8 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विशेषज्ञ कहते हैं कि दिन में तेज हवाएं चलती हैं तो ठंड का ज्यादा अहसास होगा.


मंडला जिले के निवास क्षेत्र में सुबह पांच बजे बारिश के साथ ओले गिरे, इसके अलावा बड़े आकार के ओले करीब 20 मिनट तक गिरते रहे. इसके चलते यहां के करीब 46 गांव और नारायणगंज तहसील के उदयपुर क्षेत्र में फसलों को खासा नुकसान पहुंचा. राजस्व विभाग ने सर्वे शुरू कर दिया है. विभाग 10 से 35 फीसदी फसलों को नुकसान बता रहा है. सर्वे में क्षति बढ़ सकती है. भारतीय किसान संघ के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख राघवेंद्र सिंह पटेल ने कहा कि प्रदेश के अनेक जिलों में ओलावृष्टि और अतिवृष्टि के कारण किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है.


फसलों का सर्वे कर सरकार से क्षतिपूर्ती की मांग
संपूर्ण महाकौशल क्षेत्र के विभिन्न जिलों में ओलावृष्टि व अतिवृष्टि के कारण किसानो की चना, मसूर, मटर व गेंहू की फसलों को नुकसान हुआ है. जबलपुर जिले में हुई आकस्मिक बरसात और ओलावृष्टि से बरगी, जबलपुर, शहपुरा, पाटन, पनागर, कटंगी तहसीलों में फसलों को भारी क्षति पहुंची है. पटेल ने बताया कि मटर, चना और गेहूं की फसलें फूल पर है. इस कारण ओला वृष्टि से फसलों को अधिक नुकसान हुआ. तेज पानी हवा के कारण गेंहू की फसले खेतों में बिछ गई है. इसलिए सरकार और प्रशासन से मांग है कि तत्काल फसलों की क्षति का सर्वे करने का निर्देश जारी कर किसानों को उनकी क्षतिपूर्ति मुआवजा शीघ्र प्रदान किया जाए.


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