MP Rain: मध्य प्रदेश में मानसून के दौरान जमकर बादल बरसे. बारिश के कारण नदी नाले उफान पर आ गये. सिंचाई विभाग को पानी की निकासी के लिए बांध तक को खोलना पड़ा. मौसम विभाग के मुताबिक मध्य प्रदेश में मानसून की बारिश 18 फीसद अधिक हुई है. सीजन में सामान्य बारिश 945.5 मिलीमीटर होने का अनुमान लगाया था. पूरे मध्य प्रदेश में 1 जून से सितंबर तक 1114.8 मिलीमीटर बरसात हो चुकी है. पश्चिम मध्य प्रदेश में भी मानसून मेहरबान रहा. औसत से 22 फीसद अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी.


मानसून की विदाई के बीच एक बार फिर झमाझम बरसात ने लोगों की मुसीबत बढ़ा दी है. मौसम विभाग के मुताबिक प्रदेश का सबसे ज्यादा बारिश वाला जिला श्योपुर रहा. श्योपुर में बारिश का रिकॉर्ड टूट गया. जिले में औसत से 100 फीसद अधिक बारिश हो चुकी है.


MP में सबसे कम कहां हुई बरसात?


सबसे कम बारिश रीवा में दर्ज की गई है. जिले में 1 जून से सितंबर के आखिरी सप्ताह तक 738.8 मिलीमीटर बारिश हुई है. सामान्य 994.6 मिलीमीटर बारिश का अनुमान था. पूर्वी मध्य प्रदेश में अभी तक 1179.4 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है. सामान्य बारिश 1041.02 मिलीमीटर होने का अनुमान था. पूर्वी मध्य प्रदेश के निवाड़ी में सबसे ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गयी है. जिले में सामान्य से 71 फीसद ज्यादा बारिश हो चुकी है.


इन जिलों का भी जान लें क्या है हाल?


अनूपपुर में 17 फीसद, छिंदवाड़ा में 29 फीसद, दमोह और डिंडोरी में 10-10 फीसद, जबलपुर में 2 फीसद, मंडला में 29 प्रतिशत, सिंगरौली में 39 फीसद, टीकमगढ़ में 20 फीसद, सागर में 23 फीसद बारिश दर्ज की गई है. पूर्वी मध्य प्रदेश के बालाघाट, पन्ना, उमरिया, शहडोल, डिंडोरी, छतरपुर में सामान्य बरसात दर्ज की गयी. पश्चिम मध्य प्रदेश के शिवपुरी, मुरैना, अलीराजपुर, भिंड, ग्वालियर में सामान्य से 50 फीसद अधिक वर्षा दर्ज की जा चुकी है.


भोपाल, गुना, अशोक नगर, बड़वानी, रतलाम, राजगढ़, रायसेन, नीमच, खरगोन, झाबुआ जिलों में 25 से 50 फीसद अधिक बारिश रिकॉर्ड की गयी है. 1 जून से अभी तक बुरहानपुर, दतिया, देवास, शाजापुर, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, मंदसौर, हरदा, धार, बैतूल जिलों में भी सामान्य से अधिक बारिश हो चुकी है.


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