MP Weather Update: मानसूनी नया सिस्टम एक्टिव नहीं होने की वजह से 5 अगस्त के बाद से प्रदेश में बारिश नहीं हुई है. मौसम विभाग का अनुमान है कि अच्छी बारिश के लिए अभी 5 दिन और इंतजार करना होगा. इधर बारिश की लंबी खेंच की वजह से सोयाबीन फसल पर संकट मंडराने लगा है.
मौसम विभाग के अनुसार मध्य प्रदेश में 15 अगस्त के बाद ही बारिश का दौर शुरू होगा. हालांकि इस दौरान प्रदेश के कुछ जिलों में हल्की बारिश बूंदाबांदी हो सकती है, जबकि तेज बारिश के लिए पांच दिन का इंतजार करना होगा. इधर बारिश नहीं होने की वजह से उमस व गर्मी ने लोगों को बेहाल करना शुरू कर दिया है.
हिमालय के तलहटी में ट्रफ लाइन
मौसम विभाग के अनुसार मानसून ट्रफ लाइन हिमालट के तलहटी क्षेत्र में है. अभी यह उत्तराखंड, पंजाब से होकर गोरखपुर होते हुए पूर्वी क्षेत्र की ओर जा रही है, इसकी वजह से मध्य प्रदेश में बारिश की एक्टिविटी घट गई है. मौसम विभाग का मानना है कि 15 अगस्त के बाद ही प्रदेश में अब बारिश का दौर शुरु हो सकेगा.
पीले सोने पर मंडराया संकट
इधर बारिश में देरी की वजह होने की वजह से पीला सोना यानी सोयाबीन की फसल पर संकट मंडराने लगा है. बारिश नहीं होने से सोयाबीन व दलहनी फसलों के पत्ते पीले पड़ने लगे हैं या फिर इन फसलों पर फफूंद का खतरा भी मंडरा सकता है.
सभी जिलों में थमा बारिश का दौर
बीते सप्ताह भर से बारिश नहीं होने की वजह से प्रदेश के सभी जिलों में बारिश का आंकड़ा थम सा गया है. प्रदेश के नरसिंहपुर में 35 इंच बारिश रिकार्ड की गई है, जबकि सिवनी-मंडला में 32 इंच. जबलपुर, इंदौर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, सागर, शहडोल, नर्मदापुरम, रायसेन में 28 इंच बारिश हुई है. इसी तरह कटनी, बालाघाट, निवाड़ी, पन्ना, उमरिया, बैतूल, भिंड, देवास, हरदा, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 24 इंच बारिश रिकार्ड की गई है.
8 जिलों में बहुत कम बारिश
प्रदेश में 8 जिलों में बारिश का आंकड़ा बहुत कम है, इन जिलों में बारिश 16 इंच के आंकड़ें को भी पार नहीं कर सकी है. इन जिलों में अशोकनगर, सतना, बड़वानी, ग्वालियर, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, मुरैना जिले शामिल हैं.
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