MP Weather Update: मध्य प्रदेश में मानसून ने भले ही देर से दस्तक दी है लेकिन जुलाई महीने में झमाझम बारिश के आसार हैं. मौसम विभाग ने जुलाई महीने में औसत से 94 से 106 प्रतिशत वर्षा का पूर्वानुमान व्यक्त किया है. दक्षिण-पश्चिम मानसून इस वक्त लगभग पूरे मध्य प्रदेश को कवर किए हुए है.
जानिए जुलाई में कैसा रहेगा मौसम
मौसम विशेषज्ञ गुरुदत्त मिश्रा के मुताबिक मध्य प्रदेश में जुलाई में औसत बारिश 317.3 मिमी है. इसमें जिलावार घट-बढ़ हो सकती है. भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने मध्य भारत में जुलाई माह में 94 से 106 प्रतिशत वर्षा का पूर्वानुमान दिया है. इस हिसाब से माना जा सकता है कि इस माह पूरे प्रदेश में मानसूनी मेघ जमकर बरसेंगे. हालांकि 1971 से 2020 तक के आंकड़ों के मुताबिक पूरे देश में जुलाई माह में 280.4 मिमी औसत वर्षा होती है. मानसून के दौरान वर्षा वाले दिनों में तापमान 25 से 30 डिग्री सेल्सियस होता है,जबकि आर्द्रता 75 से 94 प्रतिशत तक होती है.
किसानों के लिए अच्छी है बारिश
बात करें मानसून के आने की तो एमपी में दक्षिण पश्चिम मानसूनी हवाओं ने 20 जून के आसपास बालाघाट की तरफ से दस्तक दी थी.महाकोशल इलाके में इसी दौरान मानसून का पहला झला पड़ गया था.जून माह में मध्यप्रदेश में 131.1 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई थी.मौसम विशेषज्ञ गुरुदत्त मिश्रा के अनुसार एमपी में जुलाई-अगस्त में सबसे ज्यादा वर्षा होती है और बारिश के कुल दिन 60 होते है.मानसून किसान भाइयों के लिए अच्छे संकेत दे रहा है.जैसे ही तापमान 30 डिग्री सेल्सियस की नीचे आये और खेत में 2 से 3 फ़ीट की मिट्टी गीली हो जाये तो बोनी की शुरुआत की जा सकती है.
बात करें वर्तमान मौसम की तो पूर्वी राजस्थान के ऊपर मध्य क्षोभमंडल में चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है, जिससे होकर पश्चिम-मध्य अरब सागर तक ट्रफ लाइन गुजर रही है.वहीं पूर्व-पश्चिम ट्रफ पश्चिमोत्तर राजस्थान से लेकर दक्षिणी उत्तर प्रदेश, झारखंड और प. बंगाल से होते हुए पूर्वोत्तर बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है,जबकि दक्षिणी गुजरात से दक्षिणी महाराष्ट्र तट के समांतर अपतटीय ट्रफ समुद्र तल पर अवस्थित है.आज दक्षिण पश्चिम मानसून के और आगे बढ़ने पर अब इसकी उत्तरी सीमा दीसा, नीमच, चित्तौडग़ढ़, बीकानेर और खाजुवाला से गुजर रही है.
पूरे एमपी में सक्रिय हुआ मानसून
दक्षिण पश्चिम मानसून मंदसौर और नीमच जिलों सहित आज पूरे प्रदेश में सक्रिय हो चुका है.पिछले 24 घन्टों के दौरान प्रदेश के नर्मदापुरम संभाग के जिलों में अधिकांश स्थानों पर,भोपाल,शहडोल, ग्वालियर और उज्जैन संभागों के जिलों में अनेक स्थानों पर और इंदौर, रीवा, जबलपुर, सागर और चंबल संभागों के जिलों में कुछ स्थानों पर वर्षा दर्ज की गई.
बारिश के प्रमुख आंकडे
इटारसी 14, आमला 13,नर्मदापुरम सोनकच्छ, बुधनी व टोंकखुर्द 11 तथा तराना व शामगढ में 9 सेमी बारिश रिकॉर्ड की गई.
कहां-कहां गिरेगा पानी
भोपाल, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और शहडोल संभागों के जिलों में,जबलपुर, रीवा, सागर संभागों के जिलों में मध्यम वर्षा का पूर्वानुमान है. सीधी,सिंगरौली, उमरिया, डिंडोरी, कटनी, जबलपुर, विदिशा, राजगढ, बैतूल, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, देवास, उज्जैन, शाजापुर, मंदसौर एवं नीमच जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है.भोपाल, नर्मदापुरम, चंबल, रीवा एवं शहडोल संभागों के जिलों में कटनी, जबलपुर, बालाघाट, गुना, अशोक नगर जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश का पूर्वानुमान है.
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