MP Weather Update: सर्दी-गर्मी या बारिश? IMD ने बताया अब कैसा रहेगा मध्य प्रदेश में मौसम का मिजाज
MP Weather: एमपी में शनिवार को 19 शहरों में तापमान 30 डिग्री या इससे अधिक रहा. मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी चार दिनों के बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी होने की वजह से मौसम में बदलाव होगा.
Madhya Pradesh Weather News: मध्य प्रदेश में एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखा जा रहा है. दिन में गर्मी तो रात को सर्दी अपना असर दिखा रही है. सबसे गर्म दिन नर्मदापुरम, जबकि सबसे सर्द रात रीवा की रही. नर्मदापुरम में जहां दिन का तापमान 35 डिग्री दर्ज किया गया, तो वहीं रीवा का न्यूनतम पारा 9.8 डिग्री रहा. मौसम विभाग का अनुमान है कि आगामी चार दिन गर्मी और बढ़ेगी, जिसके बाद मौसम में फिर बदलाव आएगा.
शनिवार (9 मार्च) को प्रदेश के 19 शहरों में तापमान 30 डिग्री या इससे अधिक रहा. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार आगामी चार दिन गर्मी का असर और बढ़ेगा, जबकि इसके बाद वेस्टर्न डिस्टरबेंस की एक्टिविटी होने से उत्तरी हिस्से में बादल छाएंगे, जिसके बाद मौसम में फिर बदलाव होगा.
कहां कितना तापमान?
प्रदेश के पांच बड़े शहरों के तापमान की बात करें तो भोपाल का अधिकतम तापमान 31.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि न्यूनतम 14.8 डिग्री, इंदौर का अधिकतम पारा 32.2 डिग्री, न्यूनतम 14.3, ग्वालियर में अधिकतम पारा 27.5 और न्यूनतम पारा 12.0, जबलपुर में अधिकतम पारा 31.0 डिग्री, न्यूनतम 13.4, जबकि उज्जैन का अधिकतम पारा 32.0 डिग्री रहा और न्यूनतम पारा 15.0 डिग्री दर्ज किया गया.
रीवा की रात रही सबसे सर्द
प्रदेश के अन्य शहरों के तापमान की बात करें तो रीवा की रात सबसे सर्द रही. रायसेन का न्यनूतम पारा 9.8 डिग्री दर्ज किया गया, जबकि अधिकतम पारा 29.0, इसी तरह नौगांव 28.0-12.1, पचमढ़ी 28.6-10.2, सीधी 29.4, 13.4, खजुराहो 29.4-11.5, टीकमगढ़ 29.8-16.2, सतना 30.4-13.4, मलाजखंड 30.7-13.5, गुना 31.2-15.6, सागर 31.4-14.5, उमरिया 31.8-13.1 डिग्री तापमान दर्ज किया गया.
वहीं छिंदवाड़ा 32.1-15.1, खरगोन 33.0-14.4, शाजापुर 33.2-14.4, धार 33.3-13.4, बैतूल 33.5-15.4, मंडला 34.0-13.5, खंडवा 34.1-14.0, रतलाम 34.2-14.2, दमोह 34.2-15.0, नर्मदापुरम 35.0-19.3 और नरसिंहपुर का अधिकतम पारा 35.4 डिग्री, जबकि न्यूनतम 17.4 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं पिछले हफ्ते प्रदेस भर में मौसम में अचानक हुए बदलाव की वजह से बारिश और ओलावृष्टि हुई. जिस वजह से किसानों का भारी नुकसन हुआ.