MP Gehun Kharidi: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में समर्थन मूल्य पर 25 मार्च से शुरू होने वाली खरीदी अब 28 मार्च से प्रारंभ होगी. यह खरीदी उज्जैन (Ujjain) और इंदौर (Indore) संभाग में शुरू होगी. वहीं मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम, जबलपुर, रीवा, शहडोल, सागर, ग्वालियर, भोपाल और चंबल संभाग के जिलों में उपार्जन का काम 4 अप्रैल से शुरू होगा. इसके लिए प्रदेश में 4 हजार 663 केंद्र बनाए गए हैं. इसके अलावा गोदाम स्तर पर भी खरीदी की जाएगी.
वहीं भोपाल संभाग के जिलों में 4 अप्रैल से 16 मई तक गेहूं की खरीदी की जायेगी. मध्य प्रदेश सरकार 28 मार्च से गेहूं उपार्जन प्रारंभ करने जा रही है. इस साल गेहूं का समर्थन मूल्य 2015 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है, जो पिछले साल से 40 रुपये प्रति क्विंटल अधिक है. प्रदेश सरकार 28 मार्च से गेहूं उपार्जन प्रारंभ करने जा रही है.
साफ गेहूं लाने पर नहीं लगेगा ये शुल्क
किसानों का ही पंजीयन हो सके, इसके लिए सरकार ने आधार नंबर आधारित बायोमेट्रिक/ओटीपी सत्यापन के आधार पर पंजीयन की व्यवस्था की है. इसी के तहत बायोमेट्रिक सत्यापन से पंजीयन किया गया. इसके तहत ऐसे शारीरिक रूप से अक्षम बुजुर्ग किसान, जिनके पास आधार नंबर नहीं था, उन्हें नॉमिनी के माध्यम से पंजीयन की सुविधा उपलब्ध कराई गई थी. किसान गेहूं साफ करके लाते हैं तो छन्ना नहीं लगाया जाएगा और उनसे किसी प्रकार का कोई शुल्क भी नहीं लिया जाएगा.
भुगतान के लिए होगा बायोमेट्रिक
खाद्य नागरिक आपूर्ति मंत्री बिसाहूलाल सिंह और सहकारिता मंत्री डॉ. अरविंद भदौरिया के अनुसार खरीदी में कोई गड़बड़ी न हो, इसके लिए बायोमेट्रिक सत्यापन की व्यवस्था लागू की गई है. किसान को भुगतान बायोमेट्रिक सत्यापन के बाद ही होगा. समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए इस बार 19 लाख किसानों ने पंजीयन कराया है, जो पिछले साल का 80 फीसदी है. इसी तरह पंजीयन का रकबा 42 लाख हेक्टर है और पिछले साल का 84% है. बाजार में अभी गेहूं की कीमत समर्थन मुल्य से अधिक है.
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