Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव (CM Mohan Yadav) के गृह जिला उज्जैन (Ujjain) में बाल विवाह की शिकायत जिला प्रशासन को मिली. इसके बाद महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारियों ने चिकली गांव पहुंचकर बाल विवाह रुकवाया. इसके अलावा परिजनों को सख्त हिदायत भी दी. बाल विवाह को लेकर महिला और बाल विकास विभाग का दल पूरे जिले में नजर रख रहा है.
उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में बाल विवाह रोकने को लेकर महिला और बाल विकास विभाग के नेतृत्व में दल गठित किया गया है. लोगों को बाल विवाह को लेकर समय-समय पर अलग-अलग माध्यम से समझाइश भी दी जाती है. इसके बावजूद बाल विवाह को लेकर कुछ शिकायतें सामने भी आती रहती हैं. इसी प्रकार की एक शिकायत चिकली गांव से मिली थी.
गांव से आई गोपनीय शिकायत के आधार पर महिला और बाल विकास विभाग की टीम जांच के लिए मौके पर पहुंच गई. यह गोपनीय शिकायत पूरी तरह सही थी, जिसके बाद बाल विवाह रुकवाया गया. उज्जैन कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने बताया कि जिले में बाल विवाह निषेध अधिनियम का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जा रहा है. नोडल विभाग महिला और बाल विकास द्वारा जमीनी स्तर पर सक्रिय रहकर बाल विवाह की सूचना मिने पर तुरंत कार्रवाई करके बाल विवाह रुकवाया जा रहा है.
परिजनों ने जताई सहमति
महिला और बाल विकास विभाग के अधिकारी हरीश हरदेनिया और रीता वर्मा ने बताया कि जब वह चिकली पहुंचे, तो शुरुआत में परिवार वाले शादी रोकने को तैयार नहीं थे. उन्होंने पत्रिका वितरित करने से लेकर सारी तैयारी होने की जानकारी दी. बाद में जब उन्हें बाल विवाह के दुष्परिणाम बताए गए तो वह शादी टालने को राजी हो गए.