Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के धार में महिला डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर पुलिस और जिला प्रशासन ने गाइडलाइन तय की है. इसका पालन अस्पताल संचालकों को करने के निर्देश भी जारी हो चुके हैं. अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि यदि गाइडलाइन का पालन नहीं हुआ तो इसकी जवाबदारी अस्पताल संचालकों की रहेगी.
दरअसल, कोलकाता में महिला डॉक्टर के साथ हुई घटना को लेकर मध्य प्रदेश के धार में भी महिला चिकित्सकों की सुरक्षा को लेकर विशेष प्रबंध किए गए. धार पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि अस्पताल संचालकों की बैठक ली गई है. इस बैठक में अस्पताल संचालकों को स्पष्ट रूप से निर्देश दिए गए हैं कि वह जिला प्रशासन और पुलिस महकमे द्वारा बनाई गई गाइडलाइन का पूरी तरह पालन करें.
पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने यह भी बताया कि यदि भविष्य में गाइडलाइन का पालन नहीं करने से कोई घटना घटित होती है तो इसकी जिम्मेदारी निजी अस्पताल संचालक की रहेगी. धार कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक ने अस्पताल संचालकों की बैठक लेकर उनसे स्पष्ट रूप से कहा है कि अस्पताल के प्रवेश और निगम द्वारा पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे.
हॉस्पिटल संचालकों को दिए गए ये निर्देश
इसके अलावा अस्पताल में सभी आवश्यक स्थान पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे. जिन अस्पतालों में अभी सीसीटीवी कैमरे नहीं है, उन्हें तुरंत लगाने के आदेश दिए गए. इसके अलावा यह भी कहा गया है कि कैमरे की क्वालिटी अच्छी होनी चाहिए, ताकि किसी प्रकार की घटना घटित होने पर बतौर सबूत इसका भी उपयोग किया जा सके.
जरूरी हो तभी महिला डॉक्टर को नाइट ड्यूटी पर बुलाए
पुलिस अधीक्षक मनोज सिंह ने बताया कि अस्पताल संचालकों को यह भी कहा गया है कि यदि अति आवश्यक स्थिति हो तभी महिला चिकित्सकों को नाइट ड्यूटी के लिए बुलाया जाए. इसके अलावा उनके आवागमन के दौरान सुरक्षा के इंतजामों को पूरी तरह परखा जाए. रात के समय आने वाली महिला डॉक्टर को छोड़ने के लिए अस्पताल के सुरक्षाकर्मी को साथ भेजा जाए.