Bhopal : मध्य प्रदेश युवक कांग्रेस अध्यक्ष विक्रांत भूरिया को कांग्रेस नेता राहुल गांधी को लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के विरोध में भोपाल रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन को रोकने के मामले में जमानत मिल गई. इसके बाद सोमवार को उन्होंने हिंदुत्व विचारक विनायक दामोदर सावरकर पर तंज कसते हुए कहा, 'हम गिरफ्तारी से नहीं डरते हैं.'


कहा- सावरकर की सेना में नहीं राहुल गांधी की सेना से हैं 


भूरिया को शुक्रवार को भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन पर दक्षिण एक्सप्रेस को रोकने के लिए भारतीय दंड संहिता और रेलवे अधिनियम के प्रावधानों के तहत आरोप लगाए जाने के बाद रविवार को झाबुआ की गोपाल कॉलोनी स्थित उनके आवास से गिरफ्तार किया गया था. भूरिया ने कहा कि वह गिरफ्तारी से नहीं डरते, वे (मध्य प्रदेश की बीजेपी सरकार) भूल गए हैं कि हम सावरकर की सेना से नहीं बल्कि राहुल गांधी की सेना से हैं.


मामले में जमानत पर रिहा होने के एक दिन बाद भूरिया ने यहां प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से कहा, 'हम गिरफ्तारी से नहीं डरते. राहुल गांधी के सिपाही के रूप में मैं जेल जाने के लिए तैयार हूं. हम कांग्रेसी हैं, जिन्होंने देश को आजादी दिलाने के लिए जेलों में समय बिताया.’


'मध्य प्रदेश सरकार ने पुलिस को बना लिया है अपनी कठपुतली' 


भूरिया ने यह भी कहा कि उन्हें इसके बावजूद गिरफ्तार किया गया कि जिन धाराओं के तहत उन पर आरोप लगाया गया है उसके लिए सजा दो साल से कम है. भूरिया ने दावा किया कि अदालतों के अनुसार अगर आरोप में सात साल से कम की सजा है तो गिरफ्तारी नहीं की जा सकती, लेकिन भोपाल ( रेलवे ) पुलिस मुझे गिरफ्तार करने के लिए 350 किलोमीटर की दूरी तय करके झाबुआ आई.


मध्य प्रदेश सरकार ने पुलिस को अपनी कठपुतली बना लिया है.'मानहानि के एक मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को हाल में गुजरात के सूरत की एक अदालत द्वारा दोषी ठहराए जाने के बाद उन्हें लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित कर दिया गया था. इसके बाद कांग्रेस शुक्रवार से पूरे मध्य प्रदेश में विरोध प्रदर्शन कर रही है. अंडमान और निकोबार जेल से बाहर निकलने के लिए अंग्रेजों से ‘माफी मांगने’ को लेकर राहुल गांधी अक्सर सावरकर पर निशाना साधते हैं.


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