Mumbai Robbery Case: मुंबई में 2 फरवरी को 70 लाख रुपये की लूट करने वाले दो कुख्यात बदमाशों को स्पेशल टास्क फोर्स ने मध्य प्रदेश के उज्जैन में गिरफ्तार किया है. दोनों ही बदमाश उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और उनके खिलाफ कई गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं. बदमाशों के पास से एक चौपहिया वाहन और 3 लाख रुपये की नकदी भी बरामद की गई है. स्पेशल टास्क फोर्स की निरीक्षक दीपिका शिंदे ने बताया कि मुंबई के मुलुंड इलाके में स्थित आंगड़िया ऑफिस में 2 फरवरी को 70 लाख रुपये की लूट की वारदात हुई थी.
इस लूट की वारदात को लेकर मुंबई पुलिस ने एसआईटी गठित करते हुए बदमाशों की तलाश शुरू की. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज और साइबर सेल की मदद से बदमाशों का सुराग हाथ लगा. इसके बाद जब उनकी खोजबीन शुरू की गई तो दो बदमाशों की उज्जैन में लोकेशन मिली. इसके बाद स्पेशल टास्क फोर्स ने सक्रियता दिखाते हुए दोनों बदमाशों की घेराबंदी की. बदमाशों को महाकालेश्वर मंदिर के पीछे हरसिद्धि मार्ग के पास से गिरफ्तार किया गया है.
यूपी के रहने वाले हैं दोनों आरोपी
दोनों आरोपी उत्तर प्रदेश के जौनपुर का रहने वाला है और एक का विपिन उर्फ मोनू, जबकि दूसरे का नाम रत्नेश है. बदमाशों के पास से 3 लाख की नकदी भी बरामद की गई है. आरोपियों ने एसटीएफ को पूछताछ के दौरान बताया कि वारदात के बाद भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए आए थे. यहां पर दर्शन के बाद जैसे ही वे राजस्थान की तरफ फरार होने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उन्हें दबोच लिया. दोनों आरोपियों को एसटीएफ ने मुंबई पुलिस के सुपुर्द कर दिया है. आरोपियों से एक चौपहिया वाहन भी बरामद हुआ है, जो फिलहाल मध्य प्रदेश पुलिस की निगरानी में है.
लूट के बाद पाप धोने निकले थे बदमाश
पुलिस विभाग के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि लूट की वारदात के बाद मोनू और रत्नेश देव दर्शन पर निकले थे. इस दौरान वे लगातार अपने ठिकाने बदल रहे थे. उज्जैन के बाद में राजस्थान की तरफ देव दर्शन करने के लिए जाने वाले थे. इसके पहले ही पुलिस ने दोनों को पकड़ लिया. लूट की वारदात में शामिल और भी बदमाशों की महाराष्ट्र पुलिस को तलाश है. दोनों आरोपियों के पकड़े जाने के बाद पूरी वारदात का खुलासा हो गया है. एसटीएफ एसपी मनीष खत्री ने बताया कि दोनों बदमाशों की गिरफ्तारी बड़ी सफलता है.
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