Cheetah in MP: जानें- नामीबिया से आए चीतों के कैसे बीते पिछले 24 घंटे? एक्सपर्ट्स लगातार रख रहे निगारनी
MP News:नामीबिया से आए चीतों को पीएम मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क में क्वारंटीन बाड़ों में छोड़ा. हालांकि अभी कुछ दिन तक इन चीतों को शिकार नहीं करना पड़ेगा.
MP Cheetah Kuno National Park: नामीबिया से आए चीतों (Cheetah) को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) द्वारा अपने जन्मदिन पर श्योपुर के कूनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में क्वारंटीन बाड़ों में छोड़ा गया. इन चीता मेहमानों को अभी क्वारंटीन बाड़ों में ही रहना होगा, इन नए मेहमानों का 24 घंटा कैसा गुजरा इस खबर में बताएंगे. बयाता जा रहा है कि पीएम के जाते ही सभी चीते छोड़ दिए गए थे इन चीतो को पार्क में अपने आपको नई जगह पर थोड़ा असहज महसूस किया और अभी इनको शिकार नहीं करना पड़ा. इनको दो बाड़ों में रखा गया है, तीन घंटे बाद पानी दिया गया वह चीतों ने पी लिया था. थोड़ी देर बाद भैंसे का मीट दिया गया वह भी सभी ने खा लिया.
अब इन चीतों को भोजन यानि चीतल का मांस ही उनके बाड़ों में दिया जाएगा. यानि उन्हें कुछ दिन तो बिल्कुल भी शिकार करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, इसलिए ही कहा जा रहा है कि उन्हें थाली परोस कर दी जाएगी और उन्हें शिकार नहीं करना पड़ेगा. इसके लिए कूनो नेशनल पार्क प्रबंधन ने व्यवस्था कर रखी है. चीतों के लिए कूनो में पेंच टाइगर रिजर्व से चीतलों को कूनों लाया गया है और पेंच रिजर्व से 5 सौ चीतल आ रहे हैं. पहले चरण में अभी 70 चीतल ही आए हैं. हालांकि अभी चीते क्वारंटीन रहेंगे और बाड़े में रहेंगे, एक महीने के बाद उन्हें बड़े बाड़े में शिफ्ट किया जाएगा.
बड़े जानवरों का शिकार नहीं करता चीता
चीतों का पसंदीदा भोजन चीतल हैं, चूंकि चीता काफी बड़े जानवरों का शिकार नहीं करता है. इसलिए वह चीतल व हिरन जैसे प्राणियों को अपना शिकार बनाता है. हालांकि चीतल भी तेज गति से दौड़ते हैं, लेकिन चीतों की गति 120 किमी प्रतिघंटा तक की होती है. इसलिए वे चीतल का शिकार भी आसानी से कर लेते हैं. चूंकि चीतल मैदानी व घास वाले इलाकों में अधिक रहते हैं. इसलिए चीता भी मैदानी इलाकों में ही अधिक रहना पसंद करता है, चूंकि चीते का वजन भी 40 से 54 किलो के बीच होता है. इसलिए बिल्ली प्रजाति के जीवों में उसकी गति तेज होती है.चीतों की जानकारी को लेकर पार्क प्रबंधन के आला अधिकारियों ने बताया यहां कि स्थिति क्रिटिकल बताई और चीतो की देखरेख में अपनी व्यस्तता बताई.
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