कर्नाटक के मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के पुत्र प्रियांक खरगे के बयान पर मध्य प्रदेश की राजनीति गरमा गई है. गौरक्षकों को लेकर दिए गए विवादित बयान पर गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ को पत्र लिखकर उनसे अपनी राय मांगी है.


प्रियांक खरगे के बयान पर कमलनाथ का क्या मत है?


गौरतलब है कि कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरके के बेटे और कर्नाटक सरकार के पंचायत मंत्री प्रियांक खरगे का गौरक्षकों को लेकर एक विवादित बयान सामने आया है. इस बयान को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा का कहना है कि उन्होंने कमलनाथ को चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी के दौरान यह प्रश्न पूछा गया है कि प्रियांक खरगे के बयान को लेकर उनका क्या मत है? बता दें कि बीजेपी ने कर्नाटक में मंत्री प्रियांक खरगे का एक वीडियो ट्वीट करते हुए उन पर अवैध गौहत्या को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है.


गृहमंत्री ने कमलनाथ द्वारा दिए गए बीजेपी नेताओं के संपर्क में होने के बयान पर कहा है कि जब कमलनाथ मुख्यमंत्री थे, उस समय वह यह बोलते थे कि कई बीजेपी के विधायक उनके संपर्क में हैं. इसके बावजूद वे अपने विधायकों को नहीं संभाल पाए और सरकार चली गई. उनका अभी भी यह बयान उसी प्रकार से दिया जा रहा है जिसे उन्होंने साल 2018 में दिया था.


पूर्व विधायक को हुई सजा पर राजनीति


धार के पूर्व विधायक बालमुकुंद गौतम को जानलेवा हमले के मामले में सजा सुना दी गई है. इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सोशल मीडिया के माध्यम से सवाल उठाए.


उन्होंने लिखा है कि कांग्रेस कार्यकर्ता की हत्या के मामले में आरोपियों को बरी कर दिया गया, जबकि पूर्व विधायक बालमुकुंद गौतम को सजा दे दी गई. इस बयान पर गृहमंत्री मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह पर भी हमला बोला है. पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को लेकर उन्होंने कहा है कि दिग्विजय सिंह को संविधान, न्याय व्यवस्था और अन्य किसी बात पर भी भरोसा नहीं है. वे केवल देश विरोधी ताकतों का समर्थन में ही खड़े रहते हैं. 


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