MP Poster Politics: फोन पे (PhonPe) कंपनी के ट्रेडमार्क को पोस्टर में उपयोग करने को लेकर अब राजनीति और भी गरमा गई है. भारतीय जनता पार्टी (BJP) और कांग्रेस (Congress) के बीच चल रहे पोस्टर वार को लेकर अब फोन पे कंपनी भी खुलकर सामने आ गई है. फोन पे कंपनी के ट्रेडमार्क को पोस्टर पर उपयोग करने को लेकर कांग्रेस को कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी मिल चुकी है.
वहीं इसके बाद अब गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा "यदि फोन पे कंपनी सरकार से शिकायत करती है, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा, बुरहानपुर सहित कई जिलों में कांग्रेस के पदाधिकारी पोस्टर चिपकाते हुए सीसीटीवी कैमरे में कैद हो चुके हैं. इन्हीं सबूतों के आधार पर कार्रवाई भी की जा सकती है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस की डर्टी पॉलिटिक्स का उदाहरण है. कांग्रेस नेता खिसिहाट के चलते इस प्रकार से कीचड़ उछालने का काम कर रहे हैं. यदि भारतीय जनता पार्टी इस प्रकार की कोई राजनीति कर रही है तो कांग्रेस को इसका प्रमाण दिखाना चाहिए."
इंदौर के बदमाशों को कड़ी चेतावनी
इतना ही नहीं ग्रह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इंदौर के गुंडे-बदमाशों को कड़ी चेतावनी देते हुए आखिरी अल्टीमेटम दिया है. उन्होंने कहा कि बदमाशों को सुधर जाने का आखरी मौका दिया जाता है. यदि अब किसी प्रकार की कोई शिकायत आई तो कानून कड़ी कार्रवाई करेगा. उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगों की स्ट्रीट लाइट और अन्य समस्याएं थी, उस पर भी संज्ञान लिया गया है. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने खुद इंदौर की कानून व्यवस्था की मॉनिटरिंग की है.
कांग्रेस का पलटवार
वहीं कांग्रेस ने भी बीजेपी पर पलटवार किया है. कांग्रेस के विधायक सज्जन सिंह वर्मा ने कहा कि बीजेपी हमेशा झूठा आरोप लगाकर राजनीतिक लाभ उठाने की कोशिश करती है. इस बार भी ऐसा ही हो रहा है. बीजेपी को दूसरों पर आरोप लगाने से पहले खुद के गिरेबान में झांकना चाहिए. डर्टी पॉलिटिक्स की शुरुआत कांग्रेस नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी ने की है. कांग्रेस के पास खुद का इतना बड़ा ट्रेडमार्क है कि उसे किसी दूसरे के चिन्ह की जरूरत नहीं है.
उन्होंने कहा कि जब देश के प्रधानमंत्री भ्रष्टाचार करने वालों को पर कार्रवाई की बात कह रहे हैं, तो फिर डंपर कांड, पोषण आहार कांड, ई-टैंडरिंग घोटाला, महाकाल लोक का भ्रष्टाचार करने वालों को संरक्षण क्यों दिया जा रहा है ?