MP Elections 2023: फिर बाहर आया 1984 दंगों का जिन्न, गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा बोले- 'जवाब दें कमलनाथ और कांग्रेस'
MP Politics: रॉ के पूर्व अधिकारी जीबीएस सिद्धू ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता कमलनाथ और संजय गांधी जरनैल सिंह भिंडरावाले को पैसे भेजते थे. अब नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ से जवाब मांगा है.
MP Assembly Elections 2023: मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में राजनीतिक बयानबाजी की दौर जारी है. एमपी के पूर्व सीएम कमलनाथ पर पूर्व रॉ अधिकारी के बयान के बाद बीजेपी फिर से कांग्रेस पर हमलावर हो गई हैं. मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि कमलनाथ जी पर रॉ के पूर्व अधिकारी जीबीएस सिद्धू जी के बेहद गंभीर आरोप लगाए हैं.
ऐसे में कांग्रेस को इन आरोपों का जवाब देना चाहिए. बता दें कि पूर्व रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) अधिकारी रह चुके जीबीएसस सिद्धू ने कमलनाथ के साथ-साथ दिवंगत कांग्रसी नेता संजय गांधी पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि वो भिंडरावाले को फंडिग करते थे.
जीबीएस सिद्धू का कांग्रेस पर बड़ा आरोप
जीबीएस सिद्धू ने जो बातें कहीं है वो अब कांग्रेस और कमलनाथ के लिए गले की फांस बन सकती हैं. जीबीएस सिद्धू के इस बयान को लेकर नरोत्तम मिश्रा ने कहा है कि 1984 के दंगों का केस कोर्ट में विचाराधीन है और कमलनाथ अब तक इन केस में बरी नहीं हुए हैं. मिश्रा ने जीबीएस सिद्धू के बयान को लेकर कांग्रेस से सफाई मांगी हैं. बता दें कि खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद भारत और कनाडा के रिश्तों में तनाव आ गया है.
बीजेपी ने कमलनाथ और कांग्रेस को घेरा
इस दौरान रॉ के पूर्व अधिकारी जीबीएस सिद्धू ने गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस नेता कमलनाथ और संजय गांधी जरनैल सिंह भिंडरावाले को पैसे भेजते थे. इस बयान के बाद एमपी की राजनीति में भी एक बार फिर से उबाल आ गया है. राज्य में कुछ समय के बाद विधानसभा चुनाव होने वाले है. ऐसे में कमलनाथ पर लगाए गए ये बड़े आरोप कांग्रेस और उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं.
गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा कि 1984 दंगों को लेकर कमलनाथ अभी तक बरी नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि ये आरोप बेहद गंभीर हैं, कांग्रेस को इसका जवाब देना चाहिए. बता दें कि 1984 दंगों को लेकर बीजेपी लगातार कमलनाथ पर आरोप लगाती रही है. वहीं कमलनाथ ने हमेशा कहा है कि उनके ऊपर आज तक एफआईआर नहीं हुई और उनका 45 साल का राजनीतिक करियर बेदाग है.