National Educated Youth Union: एमपी पटवारी भर्ती रद्द करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों की तरफ से राजधानी भोपाल में आज बुधवार (28 फरवरी) को प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के लिए प्रदेश भर के अभ्यर्थी जुटे. अभ्यर्थी भर्ती परीक्षा में हुई गड़बड़ी की जांच स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम गठित कर कराना चाहते हैं. आक्रोशित अभ्यर्थियों का कहना है कि वे अब दिल्ली में प्रदर्शन के लिए जुटेंगे. पटवारी भर्ती परीक्षा का रिजल्ट 30 जून 2023 को आया था.


रिजल्ट में धांधली के आरोप लगे, जिसके बाद तत्कालीन शिवराज सरकार ने जांच होने तक नियुक्ति पर रोक लगा दी थी. इसकी जांच रिटायर्ड जस्टिस राजेन्द्र की तरफ से की गई और रिपोर्ट सरकार को सौंपी. इसकी जांच करीब आठ महीने तक चली. इधर भर्ती परीक्षा को क्लीन चिट मिलने के बाद 15 फरवरी को सरकार ने चयनित अभ्यर्थियों को जल्द नियुक्ति के आदेश जारी किए. सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से जारी आदेश में कहा कि कर्मचारी चयन मंडल के ग्रुप 2, सब ग्रुप 4 और पटवारी भर्ती परीक्षा के घोषित परिणाम के आधार पर ही नियुक्ति की जाए. 


नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन के नेतृत्व में प्रदर्शन


पटवारी भर्ती परीक्षा को मिली क्लीन चिट को लेकर बुधवार (28 फरवरी) को नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन (एनईवाययू) के बैनर तले राजधानी भोपाल में पटवारी घोटाला आंदोलन किया गया. प्रदर्शन को लेकर नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन ने अंतिम मौका और लड़ाई का नारा दिया है. इस आंदोलन के तहत चार सूत्रीय मांगों को लेकर युवा भोपाल की ज्योति टॉकीज बस स्टॉप के सामने एकत्रित होकर रैली निकाली.


अभ्यर्थियों ने क्या कहा?   


अभ्यर्थी अरविंद वर्मा ने एबीपी संवाददाता से चर्चा में बताया कि वह किसान परिवार से हैं. माता-पिता ने परिश्रम कर मुझे पढ़ाया है. पटवारी भर्ती परीक्षा में 130 अंक आए थे, जबकि वेटिंग लिस्ट 144 पर रूक गई. इसी तरह राजगढ़ निवासी मोहित शर्मा और पुरुषोत्तम शर्मा ने बताया कि यदि जांच रिपोर्ट में पारदर्शिता है तो सरकार इस जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करें. परिवार ने कड़ी मेहनत कर मुझे पढ़ाया लिखाया और यहां धांधली हो रही है.


इस धांधली से युवाओं का विश्वास कमजोर हो रहा है. इसी तरह कई अभ्यर्थियों ने कहा कि बिना जांच रिपोर्ट जारी किए पिछले दरवाजे से 10-15 लाख में पेपर खरीदने वालों को नियुक्ति दी जा रही है. निष्पक्ष जांच होती तो यह तमाम लोग जेल में होते. अभ्यर्थियों ने कहा कि जब यूपी में भर्ती रद्द हो सकती है तो एमपी में क्यों नहीं. 


उम्मीदवारों की प्रमुख मांग 


- पटवारी फर्जी नियुक्तियों पर तुरंत रोक लगाई जाए. 


- पटवारी घोटाले की जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक किया जाए.


- मुख्य न्यायमूर्ति के नेतृत्व में तकनीकी विशेषज्ञों की एसआईटी गठित हो.


- फर्जीवाड़ा पाए जाने पर पटवारी भर्ती को रद्द कर 6 माह में फिर परीक्षा हो. 
परीक्षा शेड्यूल पर एक नजर


- 22 नवंबर 2022 को ईएसबी की ओर से ग्रुप-2 सब ग्रुप-4 और पटवारी की संयुक्त भर्ती परीक्षा के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया. 


- छात्रों ने 5 जनवरी 2023 से 19 जनवरी 2023 तक फॉर्म भरा.


- लगभग 13 लाख अभ्यर्थियों ने भाग लिया.


- इसकी परीक्षा 15 मार्च से 25 अप्रैल 2023 तक चली.


- यह परीक्षा प्रदेश के 78 केंद्रों पर अलग-अलग शिफ्ट में परीक्षा हुई. परीक्षा में 9, 78, 266 अभ्यर्थियों ने भाग लिया.


- 30 जून को रिजल्ट जारी हुआ.


- इसमें 8, 600 अभ्यर्थियों का चयन हुआ. 


- पटवारी भर्ती परीक्षा 2022 के रिजल्ट में टॉप 10 स्टूडेंट की जो सूची जारी हुई. उसमें एक ही सेंटर के 7 छात्र शामिल थे. यह सभी 7 अभ्यर्थी ग्वालियर के एनआरआई कॉलेज से थे. 


- सीएम शिवराज सिंह चौहान ने 19 जुलाई को ट्वीट कर जांच की जानकारी दी. 


- सीएम ने ट्वीट कर लिखा था कि कर्मचारी चयन मंडल के माध्यम से आयोजित ग्रुप 2 सब ग्रुप 4 और पटवारी भर्ती परीक्षा की जांच के लिए उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधिपति राजेन्द्र कुमार वर्मा को नियुक्त किया गया है.


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