Nauradehi Wildlife Sanctuary: बुंदेलखंड (Bundelkhand) के नौरादेही अभ्यारण (Nauradehi Wildlife Sanctuary) के बाघ एन-2 और बाघ एन-3 के बीच पिछले दिनों खतरनाक लड़ाई हुई थी. इस लड़ाई में घायल नौरादेही अभ्यारण के राजा बाघ किशन एन-2 की मौत हो गई है. बाघ किशन एन-2 की मौत के बाद अब सवाल उठ रहे हैं कि अब नौरादेही अभ्यारण का अगला राजा कौन होगा. पुरानी कहावत है कि जंगल का राजा शेर ही होता है. जंगल में आधिपत्य जताने के लिए बाघों के बीच भी संघर्ष होता है.


ऐसा ही संघर्ष बीते दिन बुंदेलखंड के नौरादेही अभ्यारण में हुआ था. इस जंगल में 15 बाघ हैं. अब तक नौरादेही अभ्यारण  का राजा बाघ किशन एन-2 माना जाता था, लेकिन एन-3 और एन-2 के बीच संघर्ष हुआ था. इस लड़ाई में बाघ किशन एन-2 की मौत हो गई. वहीं तभी से बाघ एन-3 भी नजर नहीं आया है. बाघ एन-2 किशन और बाघ एन-3 की जबरदस्त लड़ाई हुई थी. दो बाघों की इस लड़ाई में बाघ किशन एन-2 गंभीर रूप से घायल हो गया था. बाघ के घायल होने की सूचना और इलाज के लिए अभ्यारण के अधिकारियों पन्ना और भोपाल वन विभाग को दी. 


नदी किनारे तोड़ दिया था दम
सूचना के बाद पन्ना टाइगर रिजर्व से टीम ने नौरादेही जाकर बाघ किशन एन-2 का इलाज किया था. बाघ के शरीर पर बड़े-बड़े घाव थे. बाघ किशन एन-2 का शव नदी किनारे पड़ा हुआ था. जबलपुर से पहुंची टीम ने बाघ किशन एन-2 का पोस्टमार्टम किया. अफसरों की मौजूदगी में बाघ का अंतिम संस्कार किया गया था. बता दें बाघ एन-2 और एन-3 के बीच हुए आपसी संघर्ष के बाद से ही बाघ एन-3 का भी पता नहीं चला रहा है.


अब बाघ एन.3 की तलाश
सिंगपुर रेंजर सौभर जैन के अनुसार हाथियों की मदद से बाघ एन-3 को तलाशने का प्रयास किया जा रहा है. जिन स्थानों पर बाघ एन-2 रहता था, उन स्थानों पर सर्चिंग की जा रही जा रही है. बाघ एन-3 के पैरों  के निशान मिले हैं, लेकिन अब तक बाघ एन-3 नहीं मिल सका है, तलाश जारी है.


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