Neemuch News: नीमच जिले के चीता खेड़ा इलाके में हुई बैंक डकैती का सनसनीखेज खुलासा हुआ है. मामले में पुलिस ने कॉलेज के दो छात्रों को गिरफ्तार किया है. एक आरोपी पर बैंक लूट के सात मामले दर्ज हैं. मुठभेड के बाद मुख्य आरोपी अस्पताल में भर्ती है. घटनास्थल से पुलिस ने हथियार भी बरामद किये हैं.
पुलिस अधीक्षक अंकित जायसवाल ने बताया कि 18 सितंबर को मध्य प्रदेश ग्रामीण बैंक की चीता खेड़ा शाखा में लूटपाट की वारदात हुई थी. वारदात के बाद पुलिस महानिरीक्षक संतोष कुमार सिंह ने लुटेरों की गिरफ्तारी पर तीस हजार इनाम का ऐलान किया था.
बैंक में घुसे बदमाशों ने फायरिंग करते हुए दो महिलाओं और एक पुरुष को घायल कर 71 हजार की नगदी लूट ली थी. सनसनीखेज वारदात के बाद पुलिस ने 10 अलग-अलग टीम का गठन किया. टीम गठन के बाद आरोपियों की तलाश शुरू कर दी गयी. बैंक लूट मामले में पुलिस ने सवाई माधोपुर के रहने वाले रघुराज सिंह और रूपेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर लिया. दोनों आरोपियों से एक पिस्तौल और देसी कट्टा बरामद हुआ है. वारदात में इस्तेमाल मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है.
बैंक डकैती के आरोपी निकले कॉलेज छात्र
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि बैंक डकैती का सरगना रघुराज सिंह गुर्जर है. रघुराज सिंह गुर्जर के खिलाफ सात आपराधिक मामले टोंक, भरतपुर और करौली में दर्ज हैं. दोनों आरोपियों ने वारदात से दो दिन पहले बैंक की रेकी की थी. उन्होंने बैंक में लगे सीसीटीवी कैमरों का भी पता कर लिया था. पुलिस को चकमा देने की भी प्लानिंग कर ली गयी थी.
उन्होंने मोटरसाइकिल की नंबर प्लेट और कपड़े भी बदल लिए थे. बैंक में लूटपाट कर आरोपियों ने भागने के लिए रोड भी तय कर लिया था. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि दोनों आरोपी बैचलर ऑफ साइंस की पढ़ाई भी कर रहे हैं.
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