महाराणा प्रताप-पृथ्वीराज चौहान की रंगोली बनाने का नीमच की शिखा शर्मा ने बनाया रिकॉर्ड, क्या है खास
Rajasthan News: शिखा शर्मा का कहना है कि मेरा राजस्थान से गहरा जुड़ाव रहा है.राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित 'इंटरनेशनल यूथ फेस्टिवल' में तीन गोल्ड, पांच सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हूं.
Rajasthan Latest News: मध्य प्रदेश के नीमच की शिखा शर्मा की रंगोली को 'एशिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' और 'इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड' में दर्ज किया गया है. इस उपलब्धि पर सीएम मोहन यादव ने बधाई दी है. इस रंगोली को बनाने में चार दिन यानी करीब 100 घंटे का समय लगा. नीमच में 1000 महान विभूतियों को रंगोली के माध्यम से 84 हजार एकड़ में उकेरा गया था.
84,000 स्क्वायर फीट में बनाई रंगोली
शिखा शर्मा ने नीमच के 'राजेंद्र प्रसाद स्टेडियम' में 84,000 स्क्वायर फीट में रंगोली बनाया है. यह रंगोली न केवल नीमच बल्कि पूरे भारत और राजस्थान की कला और सांस्कृतिक धरोहर का प्रतीक बन चुकी है. शिखा शर्मा ने अपनी रंगोली कला में महान राजा महाराणा प्रताप और पृथ्वीराज चौहान जैसे ऐतिहासिक नायकों के चित्र बनाए हैं.
इसके साथ ही उन्होंने पंडित अर्जुनलाल सेठी के चित्र के साथ माता की छवि भी रंगोली में उकेरी है. यह कला न केवल उनकी मेहनत और सृजनात्मकता को दर्शाती है, बल्कि राजस्थान की सांस्कृतिक धरोहर और इतिहास को भी जीवंत करती है.
शिखा शर्मा ने क्या कुछ कहा?
शिखा शर्मा का कहना है कि मेरा राजस्थान से गहरा जुड़ाव रहा है. कई बार राजस्थान में सम्मानित हो चुकी हूं. 2020 में राजस्थान यूनिवर्सिटी में आयोजित 'इंटरनेशनल यूथ फेस्टिवल' में तीन गोल्ड, पांच सिल्वर और चार ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हूं. बता दें यह रंगोली कला में शिखा के महारत और प्रयास का प्रमाण है. इस अद्भुत रंगोली के प्रेरणादाता कृष्णगिरी के वसंत विजय महाराज हैं, जिनके मार्गदर्शन में शिखा ने इस कला को साकार किया है.
दरअसल, शिखा मध्य प्रदेश के नीमच की हैं. यहां की पूर्वोत्तर सीमा राजस्थान से जुड़ी हुई है. इसलिए नीमच का राजस्थान से गहरा संबंध है. इसी शहर में एक अनोखी रंगोली बनाई गई, जिसमें शिखा शर्मा जोशी ने अपनी कला के माध्यम से इतिहास और संस्कृति का अद्भुत संगम प्रस्तुत किया.