NEET UG Result 2024: नीट-यूजी परीक्षा 2024 रिजल्ट विवाद के बीच के एनटीए पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं. एनटीए चेयरमैन डॉक्टर प्रदीप जोशी को जांच कमेटी का प्रमुख बनाया गया है, लेकिन आरटीआई के गोपनीय दस्तावेज सामने आए हैं. इसमें एनटीए के प्रमुख रिटायर्ड प्रोफेसर डॉ. जोशी का संघ परिवार और बीजेपी के दिग्गज नेताओं से संबंध और बड़े पद पाने के आरोप भी लग चुका है. इस नियुक्ति पर पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं. 


आरटीआई की जानकारी के मुताबिक एनटीए चेयरमैन डॉ. प्रदीप जोशी डॉ. मुरली जोशी संघ लोक सेवा आयोग (एमपीपीएससी) मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग और छत्तीसगढ़ पीएससी के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. छत्तीसगढ़ से पहले 2006 में एमपीपीएससी अध्यक्ष थे. गोपनीय दस्तावेज के मुताबिक उनकी नियुक्ति संघ के एक पदाधिकारी की सिफारिश पर हुई थी. आठ साल बाद यानी साल 2014 में आरटीआई के जरिए जानकारी के हवाले से दावा किया गया कि उनकी इस नियुक्ति के लिए आरएसएस के तत्कालीन क्षेत्रीय प्रचारक विनोद ने सिफारिश की थी.
 
RTI जानकारी से हुआ खुलासा
भोपाल में आरटीआई कार्यकर्ता अजय दुबे को उनके आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी गई थी. इतना ही नहीं तत्कालीन आईजी कानून और व्यवस्था एके सोनी द्वारा हस्ताक्षरित गोपनीय रिपोर्ट की एक प्रति भी दी गई थी. इसके मुताबिक 8 जून 2006 की रिपोर्ट में कहा गया था कि डॉ. जोशी बीजेपी नेता मुरली मनोहर जोशी और पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से जुड़े रहे हैं.


जोशी मई 2000 से 12 जून 2006 तक जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में प्रबंधन अध्ययन संकाय के प्रोफेसर, प्रमुख और डीन हुआ करते थे. इसके बाद उन्हें मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग का अध्यक्ष बनाया गया. इसके बाद फिर उन्हें छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग का भी अध्यक्ष बनाया गया. जिसके बाद जोशी संघ लोक सेवा आयोग के सदस्य फिर बाद में अध्यक्ष भी बनाए गए. 


आरटीआई एक्टिविस्ट अजय दुबे ने बातचीत में बताया कि मध्य प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में घोटाले करीब 15 साल पहले हो रहे थे. हमने 2014 में मध्य प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन में जो घोटाले थे और उसी वक्त व्यापम घोटाला हुआ था उसे भी उजागर किया था. हमने पीएससी का पेपर लीक कैसे हुआ इसका कनेक्शन किससे था ये जानकारी ली. उस समय पीएससी के चेयरमैन प्रदीप जोशी थे. मुरली मनोहर जोशी और अटल बिहारी वाजपेयी से उनके संबंध थे. वो जबलपुर में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में एचओडी थे, उस दौरान गडबड़ी हुई थी.


पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी उठाए सवाल
प्रदीप जोशी की नियुक्ति पर मध्य प्रदेश के पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने भी सवाल उठाए हैं. दिग्विजय सिंह ने कहा कि प्रदीप जोशी जब एमपीपीएससी अध्यक्ष बने तो यहां परीक्षाओं में गड़बड़ी होनी शुरू हुई. पेपर लीक हुआ, छत्तीसगढ़ गए तो वहां पेपर लीक हुआ. यूपीएससी गए तो वहां शिकायतें आने लगी. अब जोशी एनटीए चेयरमैन हैं. बीजेपी ऐसे ही लोगों को चुनती है जो खाएं, खिलाएं और मनमर्जी से अपना काम करें. 


एचआरडी मिनिस्टर ने एनटीए चैयरमैन से कुछ नहीं कहा, आप इस्तीफा मत दीजिए कम से कम उनसे इस्तीफा ले लीजिए, लेकिन मिली भगत है. जब मैं मुख्यमंत्री था तो राज्यपाल भाई महावीर ने प्रदीप जोशी को योग्यता न होने के बावजूद जबलपुर के रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय में प्रोफेसर बना दिया. हमने विरोध किया, लेकिन केंद्र में बीजेपी सरकार थी अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे इसलिए कुछ नहीं हो सका.



ये भी पढ़े : नर्मदापुरम कलेक्टर के आदेश पर 4 हजार फीट ऊंची चोटी धूपगढ़ पर योगाभ्यास, लोगों में दिखा जोश