Neet UG 2024 Controversy: नीट यूजी 2024 (NEET-UG) एग्जाम के रिजल्ट में गड़बड़ी का मुद्दा देश भर में छाया हुआ है. अब इस मामले को लेकर मध्य प्रदेश हाई कोर्ट में भी याचिका दायर की गई है. जबलपुर की छात्रा अमीषा वर्मा की ओर से हाई कोर्ट में दायर की गई याचिका में नीट परीक्षा की हाई लेवल इंक्वारी और परीक्षा को रद्द करने की मांग की गई है. हाई कोर्ट ने याचिकाकर्ता के अधिवक्ता का तर्क सुनने के बाद सुनवाई जुलाई फर्स्ट वीक तक के लिए टाल दी है.


जबलपुर निवासी अमीषा वर्मा की ओर से अधिवक्ता आदित्य संघी ने एक्टिंग चीफ जस्टिस शील नागू और जस्टिस अमरनाथ केशरवानी की डिवीजन बेंच में पैरवी की. इस दौरान उन्होंने कहा कि नीट यूजी परीक्षा की परिणामों में धांधली की गई है. नेशनल टेस्टिंग एजेंसी के द्वारा परीक्षा में न केवल घोटाला किया गया है, बल्कि भ्रष्टाचार भी किया गया है. इसकी वजह से मेहनत करने वाले छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ हुआ है.


जुलाई में होगी सुनवाई
इस याचिका में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी और नेशनल मेडिकल कमीशन सहित प्रदेश सरकार को भी पक्षकार बनाया गया है. हाई कोर्ट ने फिलहाल याचिकाकर्ता के सभी तर्कों को सुन लिया है और मामले पर अगली सुनवाई जुलाई के पहले हफ्ते में तय कर दी है. जबलपुर की छात्रा अमीषा वर्मा की ओर से दायर याचिका में हाई कोर्ट को बताया गया कि एक कोचिंग सेंटर के आठ स्टूडेंट्स को परीक्षा में 100% मार्क्स मिले हैं. इनके रोल नंबर भी आगे-पीछे ही थे. 


याचिकाकर्ता अमीषा का कहना है कि उन्हें 720 में से 615 मार्क्स मिले हैं, लेकिन उम्मीद 700 से ज्यादा की थी. बता दें हाल ही में हुई नीट-यूजी के परीक्षा में बड़ी गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सुप्रीम कोर्ट में भी कई याचिकाएं दायर की गई हैं. सुप्रीम कोर्ट ने ग्रेस मार्क्स वाले अभ्यर्थियों की परीक्षा फिर से लेने के आदेश दिए हैं. इसके बावजूद परीक्षा को लेकर बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है.



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