Corona News Madhya Pradesh: कोरोना का प्रकोप अभी ख़त्म नहीं हुआ कि कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन ने लोगों में एक नया डर पैदा कर दिया है. इसी को लेकर मध्य प्रदेश सरकार के स्वास्थ्य महकमे के एक प्रमुख अधिकारी ने यह कहकर सनसनी फैला दी है कि कोरोना के नये वेरिएंट के अगले महीने यानि की जनवरी में फैलने की आशंका  है. सुलेमान ने कल मध्य प्रदेश के चिकित्सा एवं शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग के पिता की स्मृति में लगाये जा रहे चिकित्सा शिविर में मीडिया से यह बात कही. उन्होंने कहा कि नये वेरियंट से घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि उसके आने से पहले ही हमारा लक्ष्य प्रदेश की पांच करोड़ जनता को वैक्सीन के दोनों डोज लगाना है. उन्होंने देश में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर कहा कि इस बार राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी अच्छी है इसलिये कोरोना अब ज्यादा घातक नहीं होगा यही उम्मीद है.


कोरोना को लेकर क्या है मध्य प्रदेश सरकार कि तैयारी
मोहम्मद सुलेमान के मुताबिक अब तक प्रदेश में कोरोना वैक्सीन पहली डोज करीब 94 प्रतिशत लोगों को तो दूसरा डोज 68 प्रतिशत लोगों को लग चुका है. इसके आधार पर कहा जा सकता है कि हमने पहले डोज का लक्ष्य पूरा तो कर लिया मगर दूसरा डोज के लिये सरकार जी जान से जुटी है और सब कुछ ठीक रहा तो दिसंबर में सारी आबादी जिसे टीका लगना है उसे लगा दिया जायेगा. उन्होंने कोरोना कि तैयारियों को लेकर कहा राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारी अच्छी है इसलिये कोरोना अब ज्यादा घातक नहीं होगा यही उम्मीद है.


उन्होंने आगे कहा कि जिस नये वेरिएंट के आने की बात की जा रही है वो जनवरी में फैलेगा मगर अच्छी बात यह है कि वो आरटी पीसीआर टेस्ट से पकड़ में आ रहा है. इसलिये अब ज्यादा से ज्यादा लोगों को आरटी पीसीआर टेस्ट ही कराया जायेगा. जिस भी मरीज को लक्षण होंगे उनको घर नहीं बल्कि अस्पताल में ही इलाज किया जायेगा. बाहर से आने वाले लोगों पर नजर रखी जा रही है और कोशिश है कि हम कोरोना को फैलने से पहले ही रोंके. मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिनों से कोरोना संक्रमित मरीज आने की संख्या दो अंकों में हो गयी है जो सरकार के लिये चिंता का विषय है और इस बार ज्यादा लोग अंदर नहीं भोपाल से आ रहे हैं, इसलिये सरकार चिंतित ज्यादा है.


कौन हैं मोहम्मद सुलेमान?
मोहम्मद सुलेमान मध्य प्रदेश सरकार में अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं और पूरे कोरोना काल में स्वास्थ्य विभाग की बागडोर उनके ही हाथों में रही. वह 1989 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अलावा ऊर्जा, सड़क विकास,  व्यापर और उद्योग जैसे महत्वपूर्ण विभागों में अलग अलग पदों पर भी रहे हैं.


यह भी पढ़ें: Coronavirus UP: अगर इन दस शहरों से आप भी जा रहे हैं लखनऊ तो हो जाएं सावधान, देख लें पूरी गाइडलाइन


Omicron News: एक्शन में आईं सरकारें, जानिए कोरोना से निपटने के लिए किस राज्य ने क्या नियम बनाए