Bhopal News: साल 2023 में कुछ पर्व-त्यौहार पहले मनाए जाएंगे तो कुछ कई दिनों से लोगों को मनाने का मौका मिलेगा ऐसा पुरुषोत्तम माह और चतुर्मास के कारण होगा. पुरुषोत्तम माह के कारण 2023 में सावन का महीना दो महीने का होगा. जबकि चातुर्मास भी चार के बजाए पांच महीने के होंगे. 


आपको जानकर ताज्जुब होगा कि इस बार रंगों का उत्सव होली दस दिन पहले आएगा. जबकि दीपावली 2022 के मुताबिक 17 दिन की देरी से आएगा. सावन माह के पहले पड़ने वाले सभी त्योहार समय से पहले तो सावन महीने के बाद पडने वाले त्योहार देरी से आएंगे.


आप यह सोच रहे होंगे जब साल में 365 दिन होंगे तो इस बार सावन 60 दिनों का क्यों होगा. इसी तर चतुर्मास पांच महा का क्यों? इसका जवाब यह है कि भारतीय समाज में त्योहारों की गणना​ हिंदी पंचागों के हिसाब से होती है. पंचाग के मुताबिक साल 2023 में अधिकमास होगा. इसके कारण साल 2022 के मुताबिक 2023 में कुछ त्योहार जल्द आएंगे तो कुछ देरी से आएंगे. 


पंचांगों की गणना की वजह से ही सावन का महीना दो माह का होगा. सावन की शुरुआत चार जुलाई से प्रारंभ होकर 31 अगस्त तक चलेगा. इस बीच 18 जुलाई से 16 अगस्त तक पुरुषोत्तम अधिक मास होगा. इसी प्रकार चातुर्मास भी चार के बजाए पांच माह का होगा. अधिकमास के कारण होली का पर्व 2022 के तुलना में दस दिन पहले आ रहा है, दीपावली 17 दिन बाद आएगी. 


2022 में इन तारीखों को पड़े थे ये त्यौहार
साल 2022 में महाशिवरात्रि का पर्व एक मार्च काके पड़ा था. जबकि होली 18 मार्च, चैत्र नवरात्रि दो अप्रैल, अक्षय तृतीया तीन मई, गुरु पूर्णिमा 13 जुलाई, सावन माह 14 जुलाई, नागपंचमी दो अगस्त, रक्षाबंधन 11 अगस्त, कृष्ण जन्माष्टमी 19 अगस्त, गणेश चतुर्थी 31 अगस्त, शारदीय नवरात्र 26 सितंबर, विजयादशमी पांच अक्टूबर, शरद पूर्णिमा नौ अक्टूबर, दीपावली 24 अक्टूबर और एकादशी चार नवंबर को थी. 


2023 में कब मनेगा कौन सा पर्व 
साल 2023 में महाशिवरात्रि 18 फरवरी, होली आठ मार्च, चैत्र नवरात्रि 22 मार्च, अक्षय तृतीया 22 अप्रैल, गुरु पूर्णिमा तीन जुलाई, सावन माह चार जुलाई, नागपंचमी 21 अगस्त, रक्षाबंधन 30 अगस्त, कृष्ण जन्माष्टमी सात सितंबर, गणेश चतुर्थी 18 सितंबर, शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर, विजयादशमी 24 अक्टूबर, शरद पूर्णिमा 28 अक्टूबर दीपावली 12 नवंबर और एकादशमी 23 नवंबर को है