MP News: नए साल पर भगवान ओंकारेश्वर (Lord Omkareshwar) के दर्शन के लिए तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा. दर्शकों की भारी भीड़ को देखते हुए दर्शन के लिए दो स्थानों से गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था की गयी है. वहीं श्रद्धालुओं को कोई परेशानी न हो इसके लिए तीर्थनगरी में वाहनों का रूट भी डायवर्ट किया गया है.
भीड़ को देखते हुए किया गया रूट डायवर्जन
ट्रैफिक सूबेदार देवेंद्र सिंह परिहार ने बताया कि इंदौर-इच्छापुर हाइवे का निर्माण हो रहा है. इंदौर से सनावद के बीच रोड संकरा होने से बार-बार जाम की स्थिति बनती है. 31 दिसंबर और 1 जनवरी पर नया साल मनाने वाले बाइक, कार व बसों से ओंकारेश्वर की ओर आएंगे. ट्राले और ट्रक की वजह से इस रोड जाम लग सकता है. इन्हीं बातों को ध्यान में रखते हुए शनिवार व रविवार को ट्रैफिक डायवर्ट किया गया है. उन्होंने कहा कि ट्रक डायवर्ट रूट देशगांव से खरगोन, कसरावद, खलघाट नेशनल हाइवे होते हुए इंदौर की तरफ जाएंगे.
5 जनवरी तक वीआईपी दर्शन पर लगाई गई रोक
नया साल मनाने के लिए तीर्थनगरी ओंकारेश्वर में आने वाली भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने अलग से व्यवस्था की है. मंदिर दर्शन के लिए भी मंदिर ट्रस्ट द्वारा दर्शन के लिए दो स्थानों से गर्भगृह में प्रवेश की व्यवस्था की गई है, साथ ही वीआइपी दर्शन व्यवस्था पर आगामी पांच जनवरी तक प्रतिबंध लगा दिया गया है. भगवान ओंकारेश्वर के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं कतार में लंबा इंतजार करना पड़ रहा है.
हर रोज पहुंच रहे 50 हजार श्रद्धालु
मंदिर ट्रस्ट के पंड़ित आशीष दीक्षित ने बताया कि प्रतिदिन 50 हजार से अधिक श्रद्धालु व पर्यटक यहां पहुंच रहे हैं. नगर की सभी धर्मशाला, होटल और धर्मशालाएं फुल होने से कई लोगों को देर शाम तक वापस लौटना पड़ रहा है. दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए सुबह और भोग आरती के दौरान पट जल्दी खोले जा रहे हैं.
सुरक्षा-व्यवस्था की गई चाक चौबंद
एसडीएम सीएल सोलंकी ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा के लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे है. रैंप का उपयोग भी शुरू कर दिया गया है. मंदिर परिसर में सीमित जगह होने से भीड़ को देखते हुए व्यवस्थाएं की गई हैं. थाना प्रभारी बलजीत सिंह बिसेन ने बताया कि प्रमुख प्वाइंटों पर बल की तैनाती और घाटों पर गोताखोर व सुरक्षा बोट की व्यवस्था की गई है.
बता दें कि साल के अंतिम दिन 31 दिसंबर और नववर्ष पर तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में पर्यटक उमड़ रहे हैं. शीतकालीन अवकाश की वजह से एक सप्ताह से यहां दर्शन के लिए भारी भीड़ आ रही है. दो दिन में श्रद्धालुओं का आंकड़ा एक से डेढ़ लाख तक पहुंचने की संभावना है.
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