Nisha Bangre Meeting with Kamal Nath: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 के बीच पूर्व पीसीएस अफसर निशा बांगरे मामले ने तेजी से तूल पकड़ा. कांग्रेस से अमला सीट पर चुनाव लड़ने के लिए उन्होंने डिप्टी कलेक्टर ने इस्तीफा दे दिया. इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ा और कई दिनों का इंतजार भी. लेकिन, आखिरकार जब सरकार ने उनका रेजिग्नेशन स्वीकार कर लिया तब तब कुछ देर हो चुकी थी. कांग्रेस ने उनकी चुनी हुई सीट पर दूसरे प्रत्याशी के नाम का एलान कर दिया. ऐसे में निशा बांगरे कांग्रेस से खासा नाराज नजर आ रही हैं.


निशा बांगरे ने कहा कि जब वह ये संघर्ष कर रही थीं तब कांग्रेस ने उनका साथ देने की बात कही थी. उनकी गिरफ्तारी के समय भी कांग्रेस नेता उनके साथ खड़े थे. उन्होंने आश्वासन दिया था कि इस्तीफे के लिए अंतिम दो दिन तक इंतजार करेंगे. अब वह कमलनाथ से मिलना चाहती हैं और उनसे पूछना चाहती हैं कि उन्होंने संदेश दिया था, जिसके बल पर निशा बांगरे ने इस्तीफा दिया. अब रेजिग्नेशन मंजूर हो चुका है तो कमलनाथ का इसपर क्या स्टैंड है? 


निशा बांगरे ने कहा, 'आज मैं जनता की लड़ाई लड़ने के लिए स्वतंत्र हूं, इसलिए मैं अपनी लड़ाई जारी रखूंगी. बस कमलनाथ क्या कहना चाहते हैं यह जानना जरूरी है.' 






कांग्रेस ने नहीं दी एंट्री तो क्या करेंगी निशा बांगरे?
वहीं, निर्दलीय या किसी और पार्टी से चुनाव लड़ने के सवाल पर पूर्व पीसीएस अफसर निशा बांगरे ने कहा कि वह जनता की सेवा करने के लिए आई हैं, जनता जैसा कहेगी, वह वैसे चुनाव लड़ेंगी. अगर जनती निर्दलीय चुनाव लड़ने को कहती है तो वो भी मंजूर होगा. जो जनता का आदेश होगा, उसके हिसाब से चुनाव लड़ा जाएगा. 


अगर कांग्रेस निशा बांगरे को टिकट नहीं देती है तो भी क्या वह चुनाव लड़ पाएंगी? इसके जवाब में पूर्व डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि चुनाव तो लड़ना ही है. लोकतंत्र का हिस्सा बनने के लिए विधायिका का हिस्सा बनना ही होगा. इसलिए निश्चित तौर पर वह नामांकन पत्र भरेंगी. 


निशा बांगरे के इस्तीफे का कारण
पूर्व डिप्टी कलेक्टर ने बताया कि जिस इस्तीफा देते समय कारण में बताया था कि उन्हें गृह प्रवेश के लिए घर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही थी. कुछ समय बाद मालूम हुआ कि यह सब राजनीतिक कारणों से हो रहा है. देश में अच्छी व्यवस्था देश के अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से बनती है. निशा बांगरे ने कहा कि अधिकारी बनकर उन्होंने देख लिया. अब वह विधायिका में जाएंगी और जो अन्याय उनके साथ हुआ है, उसके खिलाफ लड़ेंगी. ताकि आगे किसी के साथ ऐसा न हो.


यह भी पढ़ें: MP Election 2023: बीजेपी से बगावत नहीं करेंगे गौरव सन्नी महाजन, सुदेश राय के साथ CM शिवराज से की मुलाकात