Covid Test Lab in Truck: जबलपुर में लगातार तीसरे दिन कोरोना संक्रमित मरीजों का आंकड़ा आठ सौ के ऊपर रहा लेकिन इसी बीच एक अच्छी खबर भी सामने आई. अब कोरोना के नमूनों की जांच यानी RT-PCR की रिपोर्ट के लिए इंतजार को कम करने के लिए राज्य सरकार द्वारा जिला अस्पताल में एक मोबाइल टेस्टिंग प्रयोगशाला स्थापित की गई है. जबलपुर जिले में कोविड सैंपल की जाँच मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब के साथ अब इस मोबाइल टेस्टिंग प्रयोगशाला में भी की जाएगी. जबलपुर में फिलहाल 5500 सेम्पल की जांच रिपोर्ट मिल रही थी.
ट्रक पर बनाई गई अत्याधुनिक जांच लैब
एजिलिटी डायग्नोस्टिक्स की यह अत्याधुनिक प्रयोगशाला एक ट्रक पर बनी हुई है, जिसे जरूरत के अनुसार कहीं ले जाया भी जा सकता है. फिलहाल इसे जिला अस्पताल में ही तैनात किया गया है. सोमवार को इस चलित प्रयोगशाला के इंस्टॉलेशन का कार्य किया गया और सैम्पलिंग भी शुरू कर दी गई.प्रत्येक सैंपल के लिए सरकार मोबाइल टेस्टिंग वाली निजी लैब को करीब 150 रुपए चुकाएगी. इसके पहले अहमदाबाद की निजी लैब को प्रत्येक जाँच के 199 रुपए दिए जा रहे थे. हालांकि अभी भी रोजाना होने वाले कुल सेंपल्स का 60 फीसदी हिस्सा मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब भेजा जाएगा. इस हिसाब से मोबाइल टेस्टिंग लैब में प्रतिदिन लगभग 2 हजार RT-PCR टेस्ट करने की तैयारी है. लैब की सहायता वीआईपी सैंपलिंग में भी ली जाएगी.
2 डॉक्टर और 6 स्टाफ रहेंगे मौजूद
इसके लिए 6 सदस्यीय स्टाफ भी आया है, इनमें से 2 चिकित्सक है. प्रयोगशाला के संचालन के लिए पेइंग वार्ड में दो कमरे भी उपलब्ध कराए गए हैं.इस लैब के शुरू होने के बाद 7 से 8 घंटे में ही रिपोर्ट मिल जाएगी. बता दें कि जिले में इस समय कोविड की रोजाना 5500 तक सैपलिंग की जा रही है. मोबाइल प्रयोगशाला एक दिन में 7000 आरटी-पीसीआर सैंपल की जांच करने में सक्षम है.यह मोबाइल टेस्टिंग लैब एक निजी डायग्नोस्टिक कंपनी द्वारा संचालित की जाएगी. अभी तक जिले के सैंपल्स मेडिकल कॉलेज की वायरोलॉजी लैब के अलावा अलग-अलग समय पर सागर, दिल्ली, अहमदाबाद और भोपाल भेजे जा रहे थे. सैपल्स की रिपोर्ट आने में 1 से 2 दिन तक का वक्त लग रहा था. जिला अस्पताल में जाँच सुविधा उपलब्ध हो जाने से दूसरे शहर सेंपल नहीं भेजे जाएंगे.
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