Omicron in MP: ओमिक्रॉन ने बढ़ाई चिंता, जबलपुर में पांच प्राइवेट हॉस्पिटल करेंगे कोरोना मरीजों का इलाज, मिली इजाजत
कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे रही है, तो स्वास्थ्य विभाग स्थितियां बिगड़ने से पहले ही संसाधनों को दुरुस्त करने में जुट गई है.
Private Hospital Treat Covid Patient: ओमिक्रोन वैरिएंट के साथ आ रही कोरोना की तीसरी लहर ने एक बार फिर प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है. दूसरी लहर के दौरान हेल्थ सेक्टर ने जो मुसीबतें उठाई थी. उनसे सबक लेकर इस बार अभी से तैयारियां शुरू कर दी है. आईसीयू बेड, ऑक्सिजन सप्लाई तथा मेडिसन का स्टॉक रखने के लिए सरकारी के साथ निजी अस्पतालों को भी तैयार रहने को कहा गया है. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान अचानक बढ़ी संक्रमितों की संख्या और गंभीर मरीजों के भर्ती करने के दबाव ने पूरे हेल्थ सिस्टम को छिन्न-भिन्न कर दिया था. बिस्तरों की कमी को पूरा करने के लिए तेजी से निजी अस्पतालों को कोविड मरीजों के इलाज की अनुमति दी गई थी. नतीजा यह रहा कि कई अस्पताल बिना पर्याप्त सुविधा के रातों-रात खुल गए.
कोरोना की तसरी लहर दे रही है दस्तक
कोरोना की तीसरी लहर दस्तक दे रही है, तो स्वास्थ्य विभाग स्थितियां बिगड़ने से पहले ही संसाधनों को दुरुस्त करने में जुट गया है. इसी क्रम में एक बार फिर निजी अस्पतालों में मरीजों को भर्ती करने के लिए अनुमति देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दूसरी लहर के दौरान कोरोना संक्रमित मरीजों को भर्ती करने वाले 5 बड़े अस्पतालों की कोविड आईडी रिन्यू कर दी गई है. फिलहाल सीमित बिस्तरों के साथ इन अस्पतालों में कोरोना संक्रमितों को भर्ती किया जा सकेगा. दूसरी लहर के दौरान मई के पहले हफ्ते तक 6 शासकीय और 60 निजी अस्पताल कोरोना मरीजों को भर्ती कर रहे थे. इनमें करीब 4 हजार बिस्तर थे. इसके बाद निजी अस्पतालों की संख्या बढ़कर 64 तक पहुँच गई थी.
सार्थक ऐप के जरिए होती है प्राइवेट अस्पताल में रजिस्ट्रेशन
निजी अस्पताल का रजिस्ट्रेशन सार्थक एप के जरिए होता है. यह नेशनल पोर्टल है, जहां अस्पताल को बिस्तरों, भर्ती मरीजों सहित अन्य संसाधनों की जानकारी अपडेट स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा अस्पताल का निरीक्षण किया जाता है, इस दौरान मेडिकल स्टाफ, मैनेजमेंट और अन्य संसाधन जैसे इंटरनेट, कम्प्यूटर आदि की जानकारी जुटाई जाती है. दूसरी लहर के दौरान प्रशासनिक स्तर पर रेमडेसिविर इंजेक्शन्स का वितरण भी सार्थक एप पर पंजीकृत अस्पतालों को ही किया गया था. निजी अस्पतालों में कोविड उपचार की शुरुआत पहली लहर के दौरान अगस्त 2020 में हुई.दूसरी लहर के दौरान जब तेजी से कोरोना मरीज बढ़े तो कई नए अस्पताल ऐसे भी खुले. जिन्होंने सीधे कोरोना का उपचार शुरू कर दिया. इनमें से कई अस्पताल ऐसे भी थे, जो मापदंड पूरा नहीं कर रहे थे.अब स्वास्थ्य विभाग अस्पतालों का दोबारा पंजीयन कर रहा है, ताकि केवल वही अस्पताल कोविड मरीजों को उपचार दें जो मापदंडों को पूरा करते हो.
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