Paddy Scam in Katni: मध्यप्रदेश के कटनी जिले में पीडीएस (PDS) के माध्यम से गरीबों को बांटे जाने वाले चावल का एक बड़ा घोटाला (Rice Scam) पकड़ा गया है. यहां मिलिंग के पहले ही सरकारी धान, राइस मिलर्स द्वारा गायब करने का मामला सामने आया है.शिकायत के बाद अधिकारियों ने जब जांच शुरू की तो 7 करोड़ से अधिक का धान घोटाला (Paddy Scam) सामने आ गया. यह खेल जिले के कई राइस मिलर्स और सहकारी समितियों की मिलीभगत से खेला गया.फिलहाल तीन रईस मिल मालिकों के खिलाफ एफआईआर (FIR) दर्ज की गई है.
तीन राइस मिलर्स के खिलाफ शिकायत दर्ज
तकरीबन सात करोड़ के इस धान घोटाला में नागरिक आपूर्ति निगम (civil supplies corporation) ने फिलहाल तीन राइस मिलर्स के खिलाफ थाने में शिकायत दी है. जिसके बाद माधवनगर थाना में दो और कुठला थाना में एक मिलर्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 407 के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया गया है.
धान घोटाले की लगातार मिल रही शिकायतों के बाद हुई कार्रवाई
नागरिक आपूर्ति निगम को कटनी जिले में धान घोटाले की लगातार शिकायतें मिल रही थी.नागरिक आपूर्ति निगम के भोपाल मुख्यालय ने एक टीम बनाकर जांच करने के निर्देश दिए गए थे.नागरिक आपूर्ति निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक जबलपुर एलएल अहिरवार, जिला आपूर्ति एवं खाद्य अधिकारी कटनी बालेंद्र शुक्ला, नागरिक आपूर्ति निगम रीवा के जिला प्रबंधक संजय सिंह और कटनी प्रबंधक मधुर खर्द टीम में शामिल रहे. जांच दल ने दो दिनों में दबिश देकर सात रईस मिलों की जांच की.तीन मिल संचालक तो जांच टीम को देखकर गोदाम और मिल में ताला लगाकर भाग खड़े हुए, जिन्हें सील कर दिया गया है.
जांच टीम पूरे मामले की बारीकी से कर रही है जांच
वहीं चार मिलों में जांच के दौरान डीओ आर्डर (डिलेवरी आर्डर) से कम धान का स्टॉक पाया गया.अधिकारियों का कहना है कि जो धान स्टॉक में नहीं पाई गई,उसे खुर्दबुर्द कर दिया गया है.जांच टीम द्वारा पूरे मामले की बारीकी से तफ्तीश की जा रही है.
कटनी डीएसपी शालिनी परस्ते के मुताबिक फिलहाल गुरुनानक इंडस्ट्रीज के संचालक अनिल असरानी और रोहरा इंडस्ट्रीज के संचालक बंटू रोहरा के खिलाफ माधवनगर थाना और सुमन सत्यनारायण इंडस्ट्रीज के संचालक यश अग्रहरि के खिलाफ कुठला थाना में मामला दर्ज कराया जा चुका है.शेष मिलर्स के खिलाफ भी जांच के बाद एफआईआर की बात की जा रही है.
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