MP Health News: मध्य प्रदेश के नए जिले पांढुर्णा के बोरपानी में दूषित पानी पीने के बाद तीन दर्जन लोगों की हालत बिगड़ गई, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा. इस दौरान तबीयत अधिक बिगड़ जाने से दो लोगों ने दम तोड़ दिया, जबकि डेढ़ दर्जन लोग अभी भी अस्पताल में उपचार करा रहे हैं.

 

पांढुर्णा के ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर दीपेंद्र सलामे ने बताया कि देर रात अस्पताल में बोरपानी गांव के लोग लगातार एक के बाद एक उल्टी दस्त की शिकायत लेकर पहुंचे. उनका समुचित उपचार किया जा रहा है. इलाज के दौरान बोरपानी गांव के ही देवाची उईके और झनकाबाई धुर्वे की मौत हो गई, जबकि अभी भी सिविल अस्पताल पांढुर्णा में दो दर्जन मरीजों का इलाज किया जा रहा है.

 

पीड़ितों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर

गांव के लोगों का कहना है कि हाल ही में वहां एक ट्यूबवेल से दूषित पानी निकलने की बात सामने आई थी, लेकिन लोगों ने ध्यान नहीं दिया और उसे पानी का सेवन कर लिया जिसके चलते उन्हें उल्टी दस्त की शिकायत शुरू हो गई.

 

डॉक्टर के मुताबिक गांव के ही रोहित, संदीप, मनीष, मनोज, विवेक, छोटेलाल, वेदांत, पूजा आदि लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है. सभी पीड़ितों की हालत फिलहाल खतरे से बाहर बताई जा रही है.

 

स्वास्थ्य विभाग ने गांव में लगाया शिविर

इस घटना के सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बोरपानी गांव में शिविर लगा कर इलाज शुरू कर दिया है. इसके अलावा जिला प्रशासन ने अपनी को भी लैब में जांच के लिए भेज दिया है. प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि पानी की जांच रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट हो जाएगी. हालांकि ट्यूबवेल से पेयजल लेने पर रोक लगा दी गई है.