'हम दंगा के लिए नहीं, गंगा के लिए निकले हैं', UP पहुंची पंडित धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा
Bageshwar Dham News: बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने कहा कि उनकी यात्रा आध्यात्मिक है. दंगा के लिए नहीं है. यात्रा शांतिपूर्ण तरीके से चल रही है.
Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा ने सोमवार को यूपी में प्रवेश किया. इस दौरान अपनी यात्रा को लेकर धीरेंद्र शास्त्री ने बयान दिया है. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह आध्यात्मिक यात्रा है. यह यात्रा दंगा के लिए नहीं गंगा के लिए है. उन्होंने कहा कि चार दिन तो शांति से निकल गए. हमारी यात्रा में शामिल सभी लोग शांति प्रिय हैं. क्रांतिमय है. बौद में है. जोश में है पर होश में है. इनमें शांति भी है और क्रांति भी है. यह अनेक है पर एक हैं. हम इसलिए तो निकले ही नहीं है. हम तो सिर्फ जगाने के लिए निकले हैं.
धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि इसमें दंगा का कोई विषय ही नहीं, रही आशंका की बात तो कोई करे तो उससे बड़ा नीच कोई नहीं. ये बातें बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने एबीपी न्यूज से यात्रा के पांचवें दिवस कही.
पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश की सीमा में हमने प्रवेश किया है. बागेश्वर बालाजी ध्वज के माध्यम से रामराजा ओरछा से मिलने जा रहे हैं. यह आध्यात्मिक यात्रा है. जनजागृति की यात्रा है. यह वह यात्रा है जिससे देश की खाइयां दूर होंगी, देश के गड्ढे भरे जाएंगे. देश की वैमनस्या को दूर किया जाएगा. इस यात्रा से देश में नई क्रांति आएगी.
यात्रा से नया इतिहास लिखेगा देश
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि इस यात्रा से देश एक नया इतिहास लिखेगा. इस यात्रा से देश की नई पहचान बनेगी. विविधता में एकता और एकता में हिंदू एकता इस देश को नई गति देगा और विश्व गुरु बनाएगा. इसलिए यह यात्रा बहुत आवश्यक है. थकान तो है लेकिन लोगों की ऊर्जा हमें थकने नहीं देती. पैरों में छाले हैं, शरीर में पीड़ा भी है, लेकिन हिंदुओं के दर्द से हमारा दर्द बहुत छोटा है, इसलिए हम अपने दर्द को छिपाकर मुस्कुरा रहे हैं. हम हिंदुओं को जगा रहे हैं.
देशद्रोह का मुकदमा चले
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने उत्तर प्रदेश के संभल में जामा मस्जिद विवाद को लेकर कहा कि कानून को हाथ में लेने का काम किसी का नहीं है, चाहे वह कोई भी हो. संविधान के अंतर्गत कानून के अंतर्गत जीना चाहिए. यह कृत्य जिन्होंने ने भी किया उन पर राष्ट्रद्रोही है. इन पर देशद्रोह का मुकदमा चलना चाहिए. इन्हें अंदर करना चाहिए. पंडित शास्त्री ने सनातन बोर्ड को लेकर कहा कि बनना चाहिए.
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