धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की पदयात्रा से पहले प्रशासन अलर्ट, बागेश्वर धाम से देवरी तक रूट का लिया जायजा
Dhirendra Krishna Shastri: बागेश्वर बाबा की पदयात्रा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर तैयारियां शुरू हो गई है. छतरपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने बागेश्वर धाम से लेकर देवरी तक यात्रा रूट का निरीक्षण किया.
Dhirendra Krishna Shastri Padyatra: हिंदू एकता की अलख जगाने के लिए बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री द्वारा बागेश्वर धाम से ओरछा तक 160 किलोमीटर पदयात्रा निकाली जाएगी. पदयात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह का माहौल बना हुआ है. बागेश्वर धाम से लेकर ओरछा तक के रास्ते के गांवों के श्रद्धालु पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं.
बता दें पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा सनातन हिंदू एकता पदयात्रा निकाली जा रही है. यह यात्रा 21 नवंबर से बागेश्वर धाम से शुरू होगी, जो 29 नवंबर को ओरछा में समाप्त होगी. पदयात्रा को लेकर प्रशासनिक स्तर पर भी तैयारियां शुरू हो गई है. छतरपुर के प्रशासनिक अधिकारियों ने बागेश्वर धाम से लेकर उत्तर प्रदेश की सीमा देवरी तक यात्रा रूट का निरीक्षण किया. यात्रा को लेकर प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट है.
अफसरों ने किया निरीक्षण
पदयात्रा को लेकर बागेश्वर धाम सेवा समिति सदस्य और यात्रा प्रभारी धीरेन्द्र गौर, सह प्रभारी यात्रा निशु नायक सहित छतरपुर जिले के एडिशनल एसपी विक्रम सिंह, छतरपुर अपर कलेक्क्टर मिलिंद नागदेवे, एसडीएम बलवीर रमन, तहसीलदार, स्वास्थ्य विभाग, पीएचई, पीडब्ल्यूडी विभाग, एसडीओ और थाना प्रभारी ने व्यवस्थाओं का जायजा लिया.
विदेशी श्रद्धालुओं के शामिल होने की उम्मीद
बागेश्वर धाम के महंत पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री द्वारा निकाली जा रही पदयात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में जबरदस्त उत्साह बना हुआ है. हर कोई यात्रा में शामिल होने के लिए आतुर है. संभावना जताई जा रही है कि इस यात्रा में बाबा बागेश्वर धाम के विदेशी भक्त भी शामिल हो सकते हैं. यात्रा 160 किलोमीटर तक निकाली जाएगी. ऐसे में रास्ते भर लोगों द्वारा यात्रा का पुष्प वर्षाकर स्वागत किया जाएगा.
पदयात्रा 26 को पहुंचेगी निवाड़ी
पदयात्रा 21 नवंबर को छतरपुर स्थित बागेश्वर धाम से शुरू होगी, जबकि 26 नवंबर को पदयात्रा निवाड़ी जिले की सीमा में प्रवेश करेगी, जहां रात्रि विश्राम होगा. 27 नवंबर की सुबह यात्रा फिर शुरू होगी, जबकि 28 नवंबर को सुबह यात्रा प्रारंभ होकर ओरछा के पहले रात्रि विश्राम करेगी. वहीं 29 नवंबर को यात्रा ओरछा में श्री राम राजा के दरबार में पहुंचकर समाप्त होगी.