MP News: पहले अव्यवस्था पर भी आ गए थे आंसू, अब प्रदीप मिश्रा को मौत की भी जानकारी नहीं, दिया बयान
Sehore News: पंडित प्रदीप मिश्र ने एबीपी न्यूज़ से कहा कि मुझे इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा कि जीवन में जो आया है, उसे जाना ही है चाहे वह प्रदीप मिश्रा ही क्यों ना हों.
भोपाल: मध्य प्रदेश में इन दिनों सीहोर स्थित कुबेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा लगातार चर्चा में बने हुए हैं. चर्चा का कारण है महाशिवरात्रि पर आयोजित हुआ उनका रुद्राक्ष महोत्सव. इसे श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ के कारण स्थगित करना पड़ा, हालांकि शिव महापुराण की कथा अभी भी कुबेश्वर धाम में जारी है. यह कथा 22 फरवरी तक चलेगी. जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना-जाना लगा हुआ है.
क्या बोले पंडित प्रदीप मिश्र
जानकारी के अनुसार बीते दिनों लगातार पैदल चलने और अव्यवस्था के कारण तबीयत बिगड़ने से अस्पताल में दो महिलाओं और एक मासूम की जान चली गई थी. बच्चा महाराष्ट्र से अपने माता-पिता के साथ कुबेश्वर धाम आया थे. इस संबंध में जब एबीपी न्यूज़ ने पंडित प्रदीप मिश्रा से सवाल किया तो वह सवाल से बिल्कुल अनजान नजर आए. उन्होंने कहा कि मुझे इस संबंध में कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है.उन्होंने कहा कि जीवन में जो आया है, उसे जाना ही है चाहे वह प्रदीप मिश्रा ही क्यों ना हो.हालांकि कुबेश्वर धाम के हालात अब सुधर चुके हैं. परिस्थितियां प्रशासन के कंट्रोल में है लेकिन शुरुआत के 2 दिनों में हालात बेकाबू हो गए थे.इसकी वजह से इंदौर-भोपाल नेशनल हाइवे पर 25 से 30 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था. लोगों को खाने-पीने के चीजों के लिए मोहताज होना पड़ा था.
शिव महापुराण की कथा सुन रहे हैं श्रद्धालु
रुद्राक्ष वितरण में हुई अव्यवस्था को लेकर पंडित प्रदीप मिश्रा की सोशल मीडिया सहित कई प्लेटफार्म पर जमकर किरकिरी हुई थी. भक्तों ने उन्हें खूब खरी-खोटी सुनाई थी.इसके बाद रुद्राक्ष महोत्सव स्थगित कर पंडित प्रदीप मिश्रा ने रुद्राक्ष का वितरण बंद करने का निर्णय लिया था.लेकिन आप इसे आस्था कहें या विश्वास हजारों की संख्या में भक्त अभी भी धाम में डटे हुए हैं.ये भक्त लगातार शिव महापुराण की कथा का श्रवण कर रहे हैं. पंडित प्रदीप मिश्रा भी अपने श्रद्धालुओं से संवाद करने में जुटे हुए हैं.
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