Pandit Pradeep Mishra Radha Rani Controversy: कुबेरेश्वर धाम के पंडित प्रदीप मिश्रा का राधा रानी विवाद तूल पकड़ता जा रहा है. दरअसल, ब्रज के संतों ने पंडित प्रदीप मिश्रा को माफी मांगने के लिए तीन दिन का समय दिया था, जो आज पूरा हो गया. लेकिन पंडित मिश्रा की तरफ से कोई माफी नहीं मांगी गई.
वहीं इसके बाद धर्म रक्षा संघ का एक प्रतिनिधि मंडल हनुमान टेकरी के महंत अधिकारी दशरथ दास महाराज के नेतृत्व में ब्रज के रसिक संत प्रेमानंद महाराज से मिलने के लिए आज श्रीराधा केली कुंज पहुंचा. प्रतिनिधि मंडल ने 24 जून को बरसाना में प्रदीप मिश्रा के खिलाफ पूज्य पद्मश्री रमेश बाबा की अध्यक्षता में हुई महापंचायत के बारे में प्रेमानंद महाराज को विस्तृत जानकारी दी और उनसे मार्गदर्शन का अनुरोध किया.
रसिक संत प्रेमानंद महाराज ने कहा कि व्यास मंच पर बैठने से पहले किसी भी व्यक्ति को अपने गुरुजनों के चरणों में बैठकर कथा का रहस्य जानना चाहिए और संपूर्ण ज्ञान प्राप्त करना चाहिए. उसके बाद ही उसे किसी भी प्रसंग को सार्वजनिक रूप से बोलना चाहिए.
उन्होंने कहा कि प्रदीप मिश्रा अपने को शास्त्र का ज्ञानी समझ रहे हैं जबकि वह किशोरी के विषय में कुछ भी नहीं जानता उन्होंने ललकारा कि यदि श्रीजी के विषय में वो कुछ भी जानना चाहते हैं तो आकर हमारे सामने वृन्दावन की रज में बैठ जाएं, हम कुछ भी नहीं बोलेंगे मौन रहेंगे और तुम्हें श्रीजी का ज्ञान प्राप्त हो जाएगा.
बता दें कि महापंचायत में संतों ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा था कि पंडित प्रदीप मिश्रा बरसाना आकर सभी के सामने माफी मांगे, ऐसा नहीं करने पर पंडित मिश्रा को बरसाना के राधा रानी मंदिर में दर्शन नहीं करने दिया जाएगा. संतों की इस चेतावनी का असर नहीं हुआ और समय सीमा खत्म होने के बाद भी पंडित प्रदीप मिश्रा ने माफी नहीं मांगी.