सीहोर: किसी भी परीक्षा में उत्तीर्ण होना या अनुत्तीर्ण होना यह विद्यार्थी की प्रतिभा पर निर्भर करता है. लेकिन बीते कई दिनों से मीडिया से लेकर सोशल मीडिया पर पंडित प्रदीप मिश्रा के बेटे राघव मिश्रा के कक्षा आठ की परीक्षा में फेल हो जाने की खबरें चल रही हैं. राघव मिश्र के फेल या पास होने के मामले ने क्यों इनता तूल पकड़ा यह हम आपको बताते हैं.


कथावाचक पंडित प्रदीप मिश्रा शिव पुराण के माध्यम से विभिन्न उपायों के द्वारा भक्तजनों को लाभ प्राप्त करने की शिक्षा व्यासपीठ से देते रहे हैं. उनका एक वीडियो बड़ा वायरल हुआ था, उसमें उन्होंने कहा था कि किसी भी परीक्षा में जाने से पहले यदि भगवान शिव के शिवलिंग पर शहद के साथ बेलपत्र चढ़ाया जाए तो परीक्षा में अवश्य ही लाभ मिलता है. ऐसे में अचानक उनके बेटे के अनुत्तीर्ण होने की खबरें सोशल मीडिया पर वायरल हो गईं. कुबेरेश्वर धाम में रुद्राक्ष वितरण में हुए घटनाक्रम के बाद से लेकर अब तक पंडित प्रदीप मिश्रा कई बार विवादों में आ चुके हैं.


सीहोर के कांग्रेस प्रवक्ता पंकज शर्मा ने बयान दिया कि पंडित प्रदीप मिश्रा का बेटा कक्षा आठवीं में फेल हो गया है. उनकी यह बात सोशल मीडिया पर वायरल हो गई. जब हमने उनके दावे की पड़ताल की तो पता चला शासन ने प्राथमिक और माध्यमिक कक्षाओं में फेल करने का प्रावधान ही खत्म कर दिया है. 


पंडित प्रदीप मिश्रा के बेटे राघव मिश्रा शारदा विद्या मंदिर सीहोर के छात्र हैं. उन्होंने कक्षा आठवीं की परीक्षा उत्तीर्ण कर कक्षा नौ में प्रवेश लिया है. हमने उनकी मार्कशीट देखी, वह आठवीं की परीक्षा में किसी भी विषय में फेल नहीं हुए हैं. इससे स्पष्ट होता है कि कथावाचक की ख्याति को धूमिल करने का राजनीतिकरण भी हुआ है.