Sawan Somwar 2023: मध्य प्रदेश के मंदसौर में स्थित भगवान पशुपतिनाथ सावन मास में शिव भक्तों को 18 घंटे लगातार दर्शन देंगे. इस दौरान सावन माह में प्रतिदिन 2 घंटे मनोकामना अभिषेक भी पंडितों द्वारा कराया जाएगा जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेंगे. 


सावन मास को लेकर केवल ज्योतिर्लिंगों में ही नहीं बल्कि प्रसिद्ध शिव मंदिरों में बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई है. पशुपतिनाथ मंदिर समिति के प्रबंधक राहुल रुनवाल ने बताया कि श्रावण मास में भगवान पशुपतिनाथ के दरबार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिसे लेकर स्थानीय जिला प्रशासन और पुलिस महकमे द्वारा व्यापक पैमाने पर तैयारियां की गई है.


भगवान पशुपतिनाथ का मंदिर सुबह 5 बजे खुल जाएगा


उन्होंने बताया कि भगवान पशुपतिनाथ का मंदिर सुबह 5 बजे खुल जाएगा, जो कि रात 11 बजे तक लगातार खुला रहेगा. प्रतिदिन दोपहर 1:00 से 2:00 बजे तक मंदिर के पट बंद होते हैं लेकिन सावन के सोमवार, नाग पंचमी, हरियाली अमावस्या जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर दोपहर में भी भगवान आशीर्वाद देते हैं. 


मनोकामना अभिषेक में भाग लेते हैं श्रद्धालु


प्रबंध अग्रवाल के मुताबिक पशुपतिनाथ मंदिर में सावन मास के दौरान सुबह 8 से 10 बजे तक मनोकामना अभिषेक होता है. यह मंदिर समिति पंडित और पुरोहित द्वारा कराया जाता है. इसमें श्रद्धालुओं को प्रसाद से लेकर सारी पूजन सामग्री मंदिर समिति द्वारा ही दी जाती है. इसके लिए मंदिर समिति श्रद्धालुओं से ₹200 की रसीद काटती है. शिव भक्त बड़ी संख्या में मंदिर में मनोकामना अभिषेक करने भी आते हैं. इसे लेकर भी अलग से तैयारी की गई है. 


भगवान महाकालेश्वर मंदिर की तरह होती है आरती


पशुपतिनाथ मंदिर में भी प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकालेश्वर मंदिर की तरह अलग-अलग प्रकार की आरतियां होती है. सुबह 5:00 बजे मंगला आरती से पूजा-अर्चना का सिलसिला शुरू होता है. इसके बाद प्रातः कालीन आरती की जाती है जिसके पश्चात भोग आरती फिर संध्या कालीन आरती और रात्रि में शयन आरती के साथ मंदिर के कपाट बंद होते हैं. पशुपतिनाथ मंदिर मंदिर में प्रतिदिन 10 से 15 हजार श्रद्धालु आशीर्वाद लेने के लिए आते हैं सावन में यह आंकड़ा और भी बढ़ जाता है. 


इसे भी पढ़ें: MP Politics: 'कमलनाथ इस अभद्रता के लिए पीएम मोदी और जनता दोनों से मांफी मांगें, क्यों भड़के बीजेपी अध्यक्ष वीडी शर्मा?