Patwari Examination: हजारों की संख्या में पटवारी परीक्षा के छात्र पहुंचे इंदौर कलेक्टर ऑफिस, सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
Indore News: पटवारी परीक्षा की जांच की मांग को लेकर छात्रों ने कलेक्टर चौराहे पर दो घंटे से अधिक प्रदर्शन किया. साथ ही छात्रों और कोचिंग संचालकों के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा.
MP News: मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने पटवारी चयन घोटाले के मामले में भले कार्रवाई कर दी और प्रक्रिया पर रोक लगा दी. इससे पहले पटवारी परीक्षा में कथित फर्जीवाड़े को लेकर हजारों छात्र आंदोलन के लिए सड़कों पर उतरे. गुरुवार को हजारों की संख्या में छात्र कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा. इंदौर (Indore) कलेक्टर कार्यालय के बाहर हजारों की संख्या में प्रदर्शन करने पहुंचे छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं.
इनमें से अधिकतर छात्रों ने हाल ही में पटवारी परीक्षा दी थी, लेकिन जब परीक्षा परिणाम सामने आया छात्रों के पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई. छात्र और प्रतियोगी परीक्षा कराने वाले कोचिंग संचालकों के अनुसार, ग्वालियर के एक ही कॉलेज से हजार बच्चे पास हुए हैं. पटवारी परीक्षा में टॉप 10 छात्रों में से 4 छात्र इसी कॉलेज में परीक्षा देने वाले हैं. इसके अलावा कुछ विषयों में छात्रों को 25 में से 25 अंक आए हैं, यह भी संदेह पैदा करता है. पटवारी परीक्षा की जांच की मांग को लेकर छात्रों ने कलेक्टर चौराहे पर दो घंटे से अधिक प्रदर्शन किया.
कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
इस दौरान पूरा मार्ग अवरुद्ध रहा. कोचिंग संचालकों के अनुसार जो सेंटर बनाए गए हैं, उनमें छात्रों से पैसे लेकर फर्जीवाड़ा किया गया है. इनकी जांच की जानी चाहिए ताकि मेहनत करने वाले छात्रों को न्याय मिल सके. छात्रों और कोचिंग संचालकों के प्रतिनिधियों ने कलेक्टर से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपा और परीक्षा परिणाम में हुए फर्जीवाड़े की जानकारी दी. वहीं कलेक्टर ने छात्रों को आश्वस्त किया कि उचित प्लेटफार्म पर उनकी बात पहुंचा दी जाएगी. इस तरह के आंदोलन प्रदेश के अन्य जिलों में भी हुए. आने वाले समय में छात्र उग्र आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं.
15 मार्च से 26 अप्रैल के बीच ग्रुप-2 (सब ग्रुप-4) सहायक संपरीक्षक, सहायक जनसंपर्क अधिकारी, सहायक नगर निवेक्षक, सहायक राजस्व अधिकारी, सहायक अग्नि शमन अधिकारी जैसे पदों की सीधी और बैकलॉग भर्ती औ पटवारी भर्ती परीक्षा का आयोजन मध्य प्रदेश के 13 शहरों में ऑनलाइन हुआ था. इसके लिए 12.79 लाख आवेदन आए थे. इनमें से 9.78 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे. रिजल्ट 30 जून को घोषित किया गया. टॉप-10 उम्मीदवारों की लिस्ट 10 जुलाई को जारी की गई है. इसके बाद से ही रिजल्ट पर विवाद शुरू हो गया है.