Singrauli News: सुलियरी कोल ब्लॉक चालू रखने को लेकर सड़कों पर उतरे सैकड़ों लोग, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
Suliyari Coal Block: ग्रामीणों मानते हैं कि खदान एवं बिजली संयंत्रों में प्रत्यक्ष रूप से ना सिर्फ गांव के युवाओं को रोजगार मिला. बल्कि स्थानीय महिलाओं को भी स्वरोजगार के कई अवसर प्रदान किए गए हैं
![Singrauli News: सुलियरी कोल ब्लॉक चालू रखने को लेकर सड़कों पर उतरे सैकड़ों लोग, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन People demonstrated to keep Suliyari Coal Block operational memorandum submitted to DM in Singrauli ann Singrauli News: सुलियरी कोल ब्लॉक चालू रखने को लेकर सड़कों पर उतरे सैकड़ों लोग, जिला कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन](https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2023/09/22/3fe04854df1e9de89664aab88d694e901695382795628862_original.jpg?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&height=675)
MP News: मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले की सरई तहसील अन्तर्गत राज्य सरकार आंध्र प्रदेश मिनरल्स कॉर्पोरेशन (एपीएमडीसी) की सुलियरी कोयला खदान को चालू रखने के लिए सैकड़ों लोगों ने प्रदर्शन किया. वहीं उनके प्रतिनिधि मंडल ने वैढ़न आकर सुलियरी खदान को बिना रूकावट चलवाने के लिए सिंगरौली जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा. बता दें कि सुलियारी कोयला ब्लॉक के आसपास रहने वाले स्थानीय लोग कुछ गैर-जिम्मेदार तत्वों से परेशान हैं जो एपीएमडीसी प्रबंधन और जिला प्रशासन से उनकी शेष मांगों को पूरा करने के आश्वासन के बावजूद खदान संचालन का विरोध कर रहे हैं.
सुलियारी खदान ने एपीएमडीसी द्वारा समुदाय केंद्रित अनेक पहलों के अलावा स्थानीय लोगों के लिए लगभग 5,000 प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा किए हैं. अब उन्हें खदान संचालन बंद करने के अनुचित विरोध के कारण उनकी आजीविका पर बुरा असर पड़ने का डर है. अपने हाथों में सुलियरी कोल ब्लॉक के समर्थन में बैनर और तख्तियां लेकर स्थानीय लोग मांग करते दिखे कि किसी भी हालत में सुलियरी कोल ब्लॉक को चालू रखना है. पिछले कुछ दिनों से कुछ लोग खदान के खिलाफ कानूनी तरीके से चलाई खदान विरोध में अवैद्य तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस वजह से सुलियरी प्रोजेक्ट को सही तरीके से संचालित करने में परेशानी हो रही है और उसका सीधा असर हजारों लोगों की रोजी-रोटी पर हो रहा है.
सुलियरी खदान के बाहर धरना प्रदर्शन
लोगों का कहना है कि एपीएमडीसी के द्वारा हमारे बच्चों के लिए उचित पढ़ाई की व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधा और कई सुविधाओं का विकास किया गया है. हम किसी भी हालत में अपनी खुशहाली नहीं गंवाना चाहते हैं और इसलिए चाहते हैं कि सुलियरी खदान हर हालत में चालू रहे और हमारे बच्चे रोड पर नहीं आएं. पिछले कुछ दिनों से कुछ बाहरी असामाजिक और स्वार्थी लोगों के द्वारा कुछ स्थानीय लोगों को उकसाकर सुलियरी खदान के बाहर धरना प्रदर्शन किया जा रहा है और कोयले की परिवहन को रोक कर रखा है. इस से हमारी रोजी-रोटी को खतरा पैदा हो गया है.
हजारों लोगों को मिल रहा है रोजगार
ग्रामीणों मानते हैं कि खदान एवं बिजली संयंत्रों में प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से ना सिर्फ गांव के युवाओं को रोजगार मिला. बल्कि स्थानीय महिलाओं को भी स्वरोजगार के कई अवसर प्रदान किए गए हैं, जिससे कि महिलाएं भी आत्मनिर्भर बन रही हैं. स्थानीय लोगों की आर्थिक एवं सामाजिक स्तर में सुधार के अलावा उन्हें अस्पताल, विद्यालय, पेयजल, एंबुलेंस जैसी बुनियादी सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जा रही है. सुलियरी खदान अकेले करीब 1200 बच्चों के लिए अद्यतन स्कूल और सैकड़ों परिवारों के लिए आधुनकि सुविधाओं से युक्त शानदार कॉलोनी निर्माणाधीन है.
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