Social Media Viral Video: एक कहावत है कि घोड़े को खाने को नहीं मिल रही घास और इस देश में गधे खा रहे च्यवनप्राश. एक कहावत यह भी है कि कलयुग में गधे ही गुलाबजामुन खा रहे हैं. लेकिन इसे सही साबित किया मंदसौर वासियों ने. दरअसल जब मध्य प्रदेश के मंदसौर में दो गधों को कुछ लोगों ने गुलाबजामुन खिलाए. दरअसल मंदसौर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है. इस वीडियो में दो गधे नजर आ रहे हैं. इन गधों के बीच कुछ लोग एक परात में कुछ गुलाबजामुन लेकर इन्हें खिलाते दिख रहे हैं. चंद सेकेंड के इस वीडियो में देखा जा सकता है कि गधे बड़े ही चाव से गुलाबजामुन खा भी रहे हैं. गधों को गुलाबजामुन खाते देख हर कोई हैरान है कि आखिर इन्हें गुलाब जामुन क्यों खिलाई जा रही है.
इसलिए गधों को खिला रहे है गुलाब जामुन
दरअसल मध्य प्रदेश में वर्षा की स्थिति देखी जाए तो कई इलाकों में अच्छी तो कहीं कमजोर बारिश देखने को मिली है. मंदसौर में इस साल औसत बारिश भी नहीं हुई है. ऐसे में किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें साफ नजर आती हैं. यहां आसपास के बड़े तालाब और जलाशय भी पूरे नही भर सके हैं. इसलिए लग रहा है कि गर्मी के मौसम में लोगों को जलसंकट का सामना करना पड़ सकता है.
ग्रामीणों ने बताया कि गांवों में आज भी बारिश करवाने के लिए टोने और टोटकों का सहारा लिया जाता है. उसे असरकारक माना भी जाता है. इसलिए मंदसौर में गधों को गुलाबजामुन खिलाए गए. ग्रामीणों ने कहा कि गधों को गुलाबजामुन खिलाने से बारिश होती है. ऐसा उनके पूर्वज बताकर गए हैं.
क्या गधे को गुलाब जामुन खिलाने से बारिश होती है
शैलेंद्र गिरी गोस्वामी ने बताया कि यहां के लोग बारिश न होने की वजह से परेशान थे. इस परेशानी को दूर करने के लिए उन्होंने गधे पर बैठकर तांत्रिक क्रिया की थी. इस क्रिया के बाद यहां बारिश हुई भी. इसके बाद उन्होंने जिस गधे पर बैठकर तांत्रिक क्रिया की थी उसी गधे को प्रसन्न होकर गुलाब जामुन खिलाए हैं. बता दें कि देश के विभिन्न इलाकों में बारिश के लिए तरह-तरह के टोटके किए जाते हैं. कई जगह मेढकों की शादी भी कराई जाती है तो कई जगह इन्हें पूरे शहर में घुमाया जाता है.