Jabalpur News: ट्रेन या स्टेशन में फिल्म,डॉक्यूमेंट्री, वेब सीरीज की शूटिंग के लिए इजाजत लेना बेहद आसान हो गया है. रेलवे ने इसके लिए सिंगल विंडो व्यवस्था लागू की है. राष्ट्रीय फिल्म विकास निगम (NFDC) में स्थापित फिल्म सुविधा कार्यालय (FFO) और रेल मंत्रालय ने बड़ी पहल की है. उसने रेलवे परिसरों में शूटिंग की अनुमति लेने को आसान बनाने के लिए एकीकृत एकल खिड़की फिल्मांकन व्‍यवस्‍था सुनिश्चित की है. 


रेलवे परिसरों में शूटिंग की अनुमति लेना हुआ आसान


पश्चिम मध्य रेल जबलपुर के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राहुल जयपुरियार ने बताया कि भारत में फिल्मांकन को आसान बनाने के साथ-साथ दुनिया भर में फिल्म निर्माताओं के लिए देश एक पसंदीदा गंतव्य बने इसके लिए एफएफओ की स्थापना की गई है. इसका वेब पोर्टल भारत भर में फिल्मांकन के लिए एकल खिड़की सुविधा एवं मंजूरी व्‍यवस्‍था के साथ-साथ भारत में फिल्मांकन के लिए सूचनाओं का एकल-स्‍थल डिजिटल संग्रह भी है. अब तक  विदेशी और भारतीय फिल्म निर्माता रेलवे में फिल्म शूटिंग की इजाजत लेने के लिए आवेदन जोनल रेलवे और रेलवे बोर्ड (नई दिल्ली) के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी के कार्यालयों में जमा करना पड़ता था.


अब एफएफओ वेब पोर्टल (www.ffo.gov.in ) को एकल खिड़की सुविधा के रूप में सुनिश्चित कर देने के बाद फिल्म निर्माता केंद्रीकृत तरीके से ऑनलाइन आवेदन जमा कर सकते हैं. यहां तक कि एक से अधिक जोनल रेलवे के अधिकार क्षेत्र में आने वाले विभिन्न रेलवे स्थलों पर फिल्मांकन के लिए भी आवेदन किया जा सकता है. आवेदन जमा करने के बाद  जोनल रेलवे में संबंधित अधिकारियों को सूचित किया जाएगा और एफएफओ के पोर्टल पर आवेदन प्राप्त कर सकते हैं.


अनुमोदन की उचित प्रक्रिया के बाद दी गई अनुमति को अपलोड भी किया जा सकता है. एकीकरण का उद्देश्य अलग-अलग जगहों में शूटिंग की इजाजत लेने के लिए उन खिड़कियों की संख्या को कम करना है जहां फिल्म निर्माताओं को जाना पड़ता है. इतना ही नहीं, ये पोर्टल आवेदक के साथ-साथ इजाजत देने वाले प्राधिकारी को भी आवेदन से जुड़ा प्रश्न और उसके निराकरण के लिए एक प्‍लेटफॉर्म प्रदान करता है. इस पारदर्शी व्‍यवस्‍था से शूटिंग की अनुमति संबंधी अनुरोध का समयबद्ध निष्पादन संभव हो पाता है.


नई व्‍यवस्‍था से फिल्म निर्माताओं की दुश्वारी होगी कम


रेलवे बोर्ड के चेयरमैन और सीईओ सुनीत शर्मा का कहना है, "भारतीय रेलवे का भारतीय सिनेमा के साथ लंबा जुड़ाव रहा है और इसने भारतीय सिनेमा को विभिन्न फिल्मों, गीतों एवं वृत्तचित्रों की शूटिंग के लिए हमेशा आवश्‍यक सहयोग दिया है. भारतीय सिनेमा ने भी रेलवे को उचित और सौंदर्यपूर्ण तरीके से पेश कर अपनी ओर से अहम भूमिका निभाई है. ये नई व्‍यवस्‍था सभी भौगोलिक क्षेत्रों में फिल्म निर्माताओं के काम आएगी.


हम विभिन्न रेलवे परिसरों में फिल्मांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन का स्वागत करते हैं और उम्मीद करते हैं कि रेलवे को आगे भी पटकथाओं और कथाओं में एक जीवंत किरदार के रूप में ही दर्शाया जाएगाय." एफएफओ का पोर्टल www.ffo.gov.in रेलवे की ओर से फीचर फिल्मों, टीवी/वेब शो और सीरीज के लिए आवेदन स्वीकार करेगा. वृत्तचित्र/संगीत वीडियो और एवी विज्ञापनों के लिए निर्माता सीधे रेलवे को आवेदन कर सकते हैं. गौरतलब है कि रेलवे हमेशा भारत के सिनेमा संबंधी उत्‍कृष्‍ट अनुभव का अहम हिस्सा रही है. कई फिल्मों में भारतीय रेलवे को सेल्युलाइड पर बड़ी खूबसूरती से दर्शाया गया है.


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