Diesel Petrol Crisis in MP: मध्य प्रदेश में बढ़ सकती है पेट्रोल-डीजल की किल्लत, पंप वालों ने सरकार से की यह मांग
Petrol-Diesel In Madhya Pradesh: कई पेट्रोल पंपों की स्थिति यह है कि जहां पेट्रोल उपलब्ध है, वहां डीजल नहीं है, जहां डीजल है वहां पर पेट्रोल नहीं है. पेट्रोल पंप उपलब्धता एक-दो दिन तक के लिए है.
Oil Crisis: आने वाले दिनों में मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भोपाल-इंदौर (Bhopal-Indore) जैसे बड़े शहरों में तेल की किल्लत हो सकती है. राज्य के कई पेट्रोल पंपों (Petrol Pump) पर पेट्रोल और डीजल उपलब्ध नहीं है. मध्य प्रदेश के पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल और डीजल की किल्लत इस कदर बढ़ गई है कि बड़े महानगरों सहित छोटे इलाकों के पेट्रोल पंप बीते कई दिनों से सूखे पड़े हैं. इस संकट से पेट्रोल पंप के मालिकों के साथ-साथ आम लोग भी परेशान हैं. पेट्रोल पंप मालिकों ने सरकार से तेल की सप्लाई सामान्य करवाने की मांग की है.
पूरा तेल नहीं दे रही हैं कंपनियां
कई पेट्रोल पंपों की स्थिति यह है कि जहां पेट्रोल उपलब्ध है, वहां डीजल नहीं है, जहां डीजल है वहां पर पेट्रोल नहीं है. इसके साथ ही जिन पेट्रोल पंप पर पेट्रोल-डीजल की उपलब्धता है वह भी केवल एक से दो दिन तक के लिए ही है. ऐसी गंभीर समस्या मध्य प्रदेश में क्यों उत्पन्न हो रही है? इसे जानने के लिए एबीपी संवाददाता ने पेट्रोल पंप एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह से संपर्क साधा. उन्होंने बताया कि तेल कंपनियों ने पेट्रोल-डीजल की सप्लाई 40 फीसदी तक कम कर दी है. इस वजह से पेट्रोल पंपों पर पेट्रोल-डीजल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रहा है.
फसल बोने के समय पैदा हुई तेल किल्लत
वहीं एक ओर जहां बारिश आने के बाद किसानों के लिए बुवाई (फसल बोने का समय) का समय आ जाएगा, उस समय डीजल की आवश्यकता सबसे अधिक होगी. ऐसे समय में जब पेट्रोल पंप पर डीजल ही नहीं होगा तो आप अंदाजा लगा सकते हैं अन्नदाता को कितनी समस्या से जूझना पड़ेगा. वहीं दूसरी ओर प्रदेश में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव और निकाय चुनाव की तैयारियां जोर-शोर से चल रही हैं. इसमें वाहनों में डीजल की खपत बढ़ने वाली है. लेकिन समय पर डीजल ना उपलब्ध करा पाने के कारण पंप मालिकों को भारी नुकसान होने की संभावना है.
पेट्रोल पंप मालिकों ने सरकार से की यह मांग
मध्य प्रदेश पेट्रोलियम डीलर्स एसोसिएशन ने मुख्य सचिव को समस्या से अवगत करवाया है. एसोसिएशन ने उनसे निवेदन किया है कि अति शीघ्र पेट्रोल कंपनियों को हमारी आपूर्ति करने का आदेश दिया जाए. कच्चे तेल की कीमतों में आए उछाल और रूस-यूक्रेन युद्ध के कारण तेल कंपनियों को समस्याओं का सामना करना पड़ा है. इससे कई राज्यों में पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति का संकट बढ़ गया है.
सीहोर के इछावर में पेट्रोल पंप संचालक प्रमोद राव ने बताया कि 4 दिन से हमारे पेट्रोल पंप पर ना पेट्रोल है ना डीजल है. हमारी गाड़ी चार दिन से भोपाल डिपो पर खड़ी है, लेकिन अभी तक ना ही डीजल मिला है ना ही पेट्रोल. ग्राहकों को मना करना अच्छा नहीं लगता है. हम मजबूर हैं. वहीं पेट्रोल पंप पर डीजल लेने आए किसान संदीप वर्मा ने बताया कि खरीफ की फसल की बोवनी का सीजन आ गया है, लेकिन डीजल नहीं मिल रहा है. हम परेशान हैं, सरकार को किसानों की इस समस्या पर ध्यान देना चाहिए.