PFI Ban: बैन के बाद इंदौर में पीएफआई से जुड़े लोगों पर जारी रहेगी कार्रवाई, इंटेलिजेंस विभाग ने दिए संकेत
Indore News: बैन के बाद भी इंदौर में पीएफआई से जुड़े लोगों पर कार्रवाई जारी रहेगी. इंटेलिजेंस विभाग ने इसके संकेत दिए हैं.
MP News: मध्य प्रदेश के इंदौर, उज्जैन सहित अन्य जिलों में 22 सितंबर और 27 सितंबर को NIA और एटीएस ने अलग - अलग स्थानों पर छापामारी की कार्रवाई कर पीएफआई से जुड़े लोगों पर शिकंजा कसा था. जहां 22 सितंबर को हुई कार्रवाई के दौरान इंदौर से पीएफआई के प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल करीम, जनरल सेक्रेटरी अब्दुल खालिद, कोषाध्यक्ष मोहम्मद जावेद, प्रदेश सचिव जमील शेख को गिरफ्तार किया था. जिनके पास से भारी मात्रा में तकनीकी उपकरण, देश विरोधी कागजात और डिजिटल दस्तावेज बरामद हुए थे.
वहीं जानकारी के मुताबिक 27 सितंबर को इंदौर से पीएफआई से जुड़े 5 संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया गया था वहीं इनमें शामिल चंदन नगर निवासी सईद टेलर पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है.
इधर, मंगलवार रात को गृह मंत्रालय ने देशभर से जुटाए विरोधी तथ्यों और लोगों पर हुई कार्रवाई के बाद पीएफआई पर 5 साल के प्रतिबंध लगा दिया है. इंदौर में इंटेलिजेंस विभाग पीएफआई पर लगे प्रतिबंध के बाद भी संगठन से जुड़े संदिग्ध लोगों पर कार्रवाई जारी रखने के संकेत दिए हैं.
जानकारी के मुताबिक इंटेलिजेंस विभाग मध्य प्रदेश के इंदौर में एनआरसी के विरोध के दौरान पीएफआई से जुड़े लोगों की तहकीकात करने में जुट गई है वहीं दूसरी ओर खरगोन दंगों में पीएफआई की भूमिका को लेकर उठे सवालों के जवाब भी तलाश रही है.
पीएफआई पर 5 साल के प्रतिबंध की करवाई के बाद इंदौर पुलिस के इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख रजत सकलेचा ने पीएफआई के कार्यकर्ताओं के खिलाफ लगातार कारवाई जारी रहने के संकेत दिए हैं. उन्होंने साफ किया 75 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को चिन्हित किया गया है जिन पर आने वाले दिनों में कार्रवाई की जाएगी. इंटेलिजेंस विभाग पीएफआई पर बैन लगने के बाद उन कार्यकर्ताओं की भूमिका का जांच में जुट गई है जिनको संदिग्ध गतिविधियों से जुड़े होने के मामले चिह्नित किया गया है.
पुलिस की इंटेलिजेंस विंग को मिली जानकारी के मुताबिक जकात के नाम पर पीएफआई द्वारा चंदा लिया जाता था. वही खरगोन दंगे और सीए एनआरसी सहित अन्य जगहों पर पीएफआई के कार्यकर्ताओं की भूमिका को लेकर भी इंटेलिजेंस विभाग ने जांच का दायरा बढ़ा दिया है.
इंदौर पुलिस के इंटेलिजेंस विंग के प्रमुख रजत सकलेचा के मुताबिक एनआईए के द्वारा जिस तरह से पिछले दिनों कार्रवाई की गई थी उसको देखते हुए पीएफआई से जुड़े हुए लोग अलग - अलग क्षेत्रो में जाकर गिरफ्तारी के विरोध में लोगों को भड़काने का कर रहे थे.
वहीं ऐसे काम करने वालों पर नकेल कसी गई और एक दिन पहले हिरासत में लिए गए लोगों पर कार्रवाई की गई है. पुलिस ने जहां सईद टेलर को हिरासत में लिया था उसके साथ 3 अन्य लोगों 4 अन्य लोगों पर धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है. इधर, इंटेलिजेंस विभाग अब पकड़े गए आरोपियों के केरल कनेक्शन को भी खंगालने में जुटा हुआ है. पीएफआई पर लगे प्रतिबंध और उसके बाद इंटेलिजेंस विभाग का अधिक सक्रिय हो जाना पीएफआई से जुड़े लोगों की मुश्किलें खड़ी करेगा.
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