PM Kisan Samman Nidhi Yojana: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के जबलपुर (Jabalpur) जिले में पीएम किसान सम्मान निधि योजना (PMKSN) में बड़ी गड़बड़ी पकड़ी गई है, यहां डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और नौकरी पेशा लोगों को भी पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi ) की राशि जारी कर दी गई. मामले का खुलासा होने के बाद अब इनसे वसूली की तैयारी की जा रही है. हैरानी की बात ये है कि ये रकम करोड़ों में है, जिसे वसूलने में सरकार के पसीने छूट रहे हैं.


PMKSN के तहत हर साल दिए जाते हैं 6 हजार रुपये
 बता दें कि देश के किसानों को आर्थिक मदद देने के मकसद से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की गई थी. योजना के तहत हर चार महीने में सरकार किसानों के बैंक खाते में 2 हजार रुपये ट्रांसफर करती है. साल भर में 6 हजार रुपये किसानों को सम्मान निधि दी जाती है. फिलहाल, इस योजना की 13वीं क़िस्त जारी करने की तैयारी है, जो होली के पहले किसानों के खाते में आ जायेगी.


6 हजार 966 अपात्र किसानों को जारी हुई रकम
अब बात करते हैं जबलपुर में पीएम किसान सम्मान निधि योजना में पकड़ी गई गड़बड़ी के बारे में. दरअसल, जबलपुर जिले में ऐसे 6 हजार 966 किसान हैं, जिन्हें अपात्र होने के बावजूद इस योजना की क़िस्त जारी दे दी गई. जबलपुर ज़िले के भूअभिलेख अधिकारी ललित ग्वालवंशी के मुताबिक अपात्र किसानों से 5 करोड़ 68 लाख रुपये की राशि वापस ली जा रही है. इसके लिए उन्हें नोटिस जारी किया गया है.


अधिकारियों की मिलीभगत से आयकरदाता भी ले रहे लाभ
बताया जाता है कि जमीनी स्तर के अधिकारियों-कर्मचारियों की मिलीभगत से किसानों के साथ योजना का लाभ डॉक्टर, इंजीनियर, वकील और नौकरीपेशा भी ले रहे हैं. इसमें से अधिकांश आयकरदाता भी हैं. कहा जा रहा है कि योजना का लाभ पात्र से ज्यादा अपात्र किसान उठा रहे हैं. प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि पाने वाले अपात्र हितग्राहियों से जिला प्रशासन ने वसूली शुरू कर दी है लेकिन ऐसे किसानों से राशि वसूलना उनके लिए टेढ़ी खीर साबित हो रहा है. अधिकारियों के मुताबिक अब तक महज 18% राशि ही वसूल की जा सकी है.


वहीं, अधिकारियों का कहना है कि जब याेजना प्रारंभ हुई तो किसानों की मौजूदा सूची निकाली गई थी. उसी सूची के आधार पर सम्मान निधि की राशि किसानों के खाताें में भेजी गई. प्रशासन को बाद में पता चला कि कई किसान इस राशि को पाने के पात्र नहीं हैं. अब उनसे यह राशि वसूली जा रही है. उन्हें तहसीलदारों के माध्यम से राशि वसूली का नोटिस भेजा गया है. नोटिस में कहा गया है कि जो राशि खातों में आई है, उसे वापस किया जाए.


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