Ujjain News: मोरारजी से येदयुरप्पा तक, जिसने महाकाल की नगरी उज्जैन में गुजारी रात, उसकी गई कुर्सी, जानें पूरी कहानी
MP News: मिथक है कि महाकाल राजा की नगरी में पीएम, सीएम रात नहीं रुक सकते यदि रुकते हैं तो उन्हें अपनी सरकार से हाथ धोना पड़ सकता है. जानें- क्या है पूरी कहानी.
Madhya Pradesh News: कल 11 अक्टूबर को उज्जैन मेंमहाकाल लोक का लोकार्पण होगा. इस आयोजन को लेकर प्रदेश सरकार ने जोरदार तैयारियां की हैं. इस आयोजन को शिवराज सरकार उत्सव के रूप में मना रही है. पूरा उज्जैन अयोध्या नगरी की तर्ज पर सजाया जा रहा है. आयोजन को लेकर अब उज्जैन सहित प्रदेश में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है.
क्यों नहीं रुक सकते उज्जैन में?
मिथक है कि महाकाल राजा की नगरी में पीएम, सीएम रात नहीं रुकते, यदि रुकते हैं तो उन्हें अपनी सरकार से हाथ धोना पड़ जाता है. मिथकों के अनुसार महाकाल राजा की नगरी उज्जैन में मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री से लेकर राष्ट्रपति भी यहां रात नहीं रुक सकते. कहा जाता है कि उज्जैन के राजा महाकाल है और इनके अलावा यहां कोई भी नेनेता या राज परिवार का सदस्य रात नहीं रुक सकता.
अगले ही दिन गिर गई थी सरकार
अभी हाल ही में शिवराज सरकार की उज्जैन में कैबिनेट बैठक आयोजित हुई थी. इस बैठक की अध्यक्षता प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान ने नहीं बल्कि उज्जैन के महाकाल राजा ने की थी. बकायादा अध्यक्ष वाली कुर्सी पर महाकाल राजा की फोटो रखी गई थी. हालांकि इन दावों के पीछे कुछ ऐसे किस्से हैं जो फिलहाल चर्चा में हैं. देश के चौथे प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई एक बार उज्जैन आए थे. वे उज्जैन में ही रात रुक गए थे और अगले ही दिन उनकी सरकार गिर गई थी. ऐसे ही कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदयुरप्पा बाबा महाकाल के दर्शन करने के लिए उज्जैन आए थे और यहीं रात रुक गए थे. नतीजतन कुछ दिन बाद ही उनकी सरकार भी गिर गई थी.
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