Pravasi Bharatiya Divas Convention: इंदौर (Indore) में चल रहे प्रवासी भारतीय सम्मेलन (Pravasi Bharatiya Divas) में सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) भी शामिल हुए. प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के अलग-अलग देशों में भारत के लोग एक कॉमन फैक्टर की तरह दिखते हैं तो वसुधैव कुटुम्बकम की भावना के साक्षात दर्शन होते हैं. अलग-अलग क्षेत्रों के लोग मिलते हैं तो एक भारत और श्रेष्ठ भारत का अहसास भी होता है. उन्होंने कहा कि जब सबसे अनुशासित और शांतिप्रिय लोगों की चर्चा होती है तो मदर ऑफ डेमोक्रेसी का गौरव बढ़ जाता है. जब हमारा विश्व आकलन करता है तो सशक्त और समर्थ भारत की आवाज सुनाई देती है. इसीलिए मैं सभी प्रवासी भारतीयों को विदेशी धरती पर भारत का राष्ट्रदूत यानी ब्रैंड एम्बेस्डर कहता हूं.
अपनों के साथ आमने-सामने की मुलाकात का महत्व अलग- पीएम मोदी
प्रवासी भारतीयों को संबोधित करते हुए उन्होंने सबसे पहले उन्हें नववर्ष की शुभकामनाएं दीं. उन्होंने कहा कि चार साल के बाद यह सम्मेलन एक बार फिर अपने मूल स्वरूप और भव्यता के साथ हो रहा है. अपनों के साथ आमने-सामने की मुलाकात का आनंद और महत्व अलग ही होता है. उन्होंने कहा कि एमपी में मां नर्मदा का जल, जंगल और आदिवासी परंपरा समेत बहुत कुछ है, जो आपकी यात्रा को अविश्वमरणिय बना देगा. उज्जैन में भी भव्य महाकाल लोक का विस्तार हुआ है. आप सभी वहां जाएं और महाकाल का आशीर्वाद लें.
इंदौर की तारीफ में पीएम मोदी ने क्या कुछ कहा?
प्रधानमंत्री ने अपने अंदाज में इंदौर की तारीफ भी की. उन्होंने कहा कि इंदौर भी अद्भुत है. लोग कहते हैं कि इंदौर एक शहर है, लेकिन मैं कहता हूं कि इंदौर एक दौर है. ये वो दौर है, जो समय से आगे चलता है. इसके बाद भी विरासत को समेटे रखता है. इंदौर पूरी दुनिया में लाजवाब है. इंदौरी नमकीन का स्वाद, साबुदाने की खिचड़ी, कचौरी, समोसे, शिकंजी जिसने भी इसे देखा, उसके मुंह का पानी नहीं उतरा. जिसने इसे चखा, उसने कहीं और मुड़कर नहीं देखा. उन्होंने वहां पर लगायी गयीं सभी 56 दुकानों का नाम लेते हुए कहा कि ये दुकानें तो प्रसिद्ध हैं हीं, सर्राफा भी महत्वपूर्ण है. यही वजह है कि लोग इंदौर को स्वच्छता के साथ स्वाद की राजधानी भी कहते है. यहां के अनुभव आप खुद भी नहीं भूलेंगे और दूसरों को भी अपने देश जाकर बताना नहीं भूलेंगे.
दुनिया के देश अतिथि देवो भव: का दर्शन करेंगे- प्रधानमंत्री
पीएम मोदी ने कहा कि इस साल भारत जी-20 समूह की अध्यक्षता भी कर रहा है. भारत इस जिम्मेदारी को एक बड़े अवसर के रूप में देख रहा है. हमारे लिए यह दुनिया को भारत के बारे में बताने का अवसर है. ये दुनिया के लिए भारत के अनुभवों से सीखने का भी अवसर है. हमें जी-20 केवल एक डिप्लोमेटिक इवेंट नहीं बल्कि जनभागीदारी का आयोजन बनाना है. दुनिया के देश अतिथि देवो भव: का दर्शन करेंगे. उन्होंने कहा कि जी-20 समिट में 200 बैठकें देश के अलग-अलग शहरों में होंगी. प्रवासी भारतीय उन्हें लौटने पर बुलाएं. उनके अनुभव सुनें. यह उनके साथ हमारे बंधन को और मजबूत करने का अवसर बन जाएगा. उन्होंने सम्मेलन में आए गुयाना और सूरीनाम के राष्ट्रपतियों व प्रवासी भारतीयों को आभार जताया. इस दौरान प्रधानमंत्री ने एक डाक टिकट भी जारी किया. इसके बाद उन्होंने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर पर लगी स्वतंत्रता संग्राम में प्रवासी भारतीयों के योगदान पर आधारित डिजिटल प्रदर्शनी का उद्घाटन भी किया.
इससे पहले सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हृदय से मेरा नमस्कार और प्रणाम. हम अपने देश में हिंदी लैंग्वेज, कल्चर, आयुर्वेद पर ट्रेनिंग सेंटर बनाने पर काम कर रहे हैं. हिंदी लैंग्वेज के स्कूलों पर भी हमारा फोकस है. ये एक मेमोरेबल पल है. उन्होंने कहा जननी और मातृभूमि स्वर्ग से भी बढ़कर होती है. सूरीनाम की जनता की ओर से मैं मध्य प्रदेश और भारत सरकार का आभार प्रकट करता हूं. यह सम्मेलन दोनों देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार साबित होगा.
कोरोना में उठाए गए कदमों पर गुयाना के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी के कदमों को सराहा
गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री सबका साथ, सबका विकास और सबका सम्मान को साथ लेकर चल रहे हैं. उन्होंने महात्मा गांधी को याद करते हुए कहा कि इंडिया का फ्रीडम स्ट्रगल भी दूसरे देशों के लिए इंस्पायरिंग है. उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे. 107 साल पहले शारीरिक रूप से कमजोर दिखने वाले, लेकिन मानसिक रूप से दृढ़ गांधी घर लौटे थे. उन्होंने देश को आजाद करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. भारत प्रतिभाओं को निखारने में दुनिया में नंबर एक है. हम भारत के द्वारा चलाये जा रहे प्रवासियों के लिए कार्यक्रमों से काफी कुछ सीख रहे हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री से कहा कि हमारे बीच दूरियां बहुत हैं. लेकिन, दिल और आत्माएं जुड़ी हुई हैं. मैं यहां भारतीयों से मिले प्रेम का आभारी हूं. गुयाना के लोगों का प्यार और सपोर्ट आपके साथ है.
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्या कहा?
सम्मेलन को संबांधित करते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि प्रधानमंत्री के विजन और मार्गदर्शन से हमें अपने लक्ष्य हासिल करने में सफलता मिलेगी. एमपी के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने प्रवासी भारतीयों का दिल से स्वागत किया. उन्होंने होम स्टे के नवाचार की तारीफ की. कहा कि आजादी के अमृत काल में मुझे ऐसा लग रहा है कि मध्यप्रदेश में अमृत वर्षा हो रही है. इंदौर ने अपने दिल के दरवाजे भी खोले हैं और अपने घरों के दरवाजे भी खोले हैं. प्रधानमंत्री के एक-एक मंत्र को मध्यप्रदेश ने साकार करने की कोशिश की है. आज भारत दुनिया को शांति और प्रेम का संदेश दे रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि माफी चाहता हूं. हाल छोटा पड़ गया, लेकिन दिल में जगह की कमी नहीं है.