MP News: मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के 80 से ज्यादा शिक्षक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम का अनुवाद भीली बोली में कर रहे हैं. इसके साथ ही इन शिक्षकों द्वारा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संभाषणों का अनुवाद भी भीली बोली में किया है.


केन्द्रीय जनजातीय कार्य मंत्रालय द्वारा एआई बेस्ड ट्रांसलेशन टूल तैयार किया जा रहा है. इसका उद्देश्य जनजातीय बोलियों में द्वि-भाषी शब्दकोश और त्रि-भाषी प्रवीणता मॉड्यूल तैयार कर नई शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप बहुभाषी शिक्षा (एमएलई) लक्ष्य के तहत कक्षा 1,2 और 3 के विद्यार्थियों के लिए जनजातीय भाषाओं और बोलियों में प्राइमर तैयार करना है. 


80 से ज्यादा शिक्षक जुटे इस काम में


झाबुआ जिले में 80 से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा विभिन्न प्रमुख गतिविधियों एवं संभाषणों का लगातार भीली बोली में अनुवाद का कार्य किया जा रहा है. इस कार्य में अब तक इन शिक्षक-शिक्षिकाओं द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम के 62 एपिसोड का भीली बोली में अनुवाद किया जा चुका है. इनके द्वारा राष्ट्रपति के पिछले 12 वर्ष के संभाषणों एवं प्रधानमंत्री के गत 10 वर्ष के संभाषणों का अनुवाद किया जा चुका है.


इसके अलावा कक्षा 1 से 5 तक की हिंदी विषय की पाठ्य पुस्तकों, कक्षा 3 से 5 तक पर्यावरण विषय की किताबों और आईआईटी, नई दिल्ली से प्राप्त 60 हजार से अधिक वाक्यों का भीली बोली में अनुवाद किया जा चुका है. 


शिक्षक-शिक्षिकाओं का किया सम्मान


15 नवंबर को राष्ट्रीय जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर झाबुआ जिला मुख्यालय पर आयोजित जिला स्तरीय समारोह में भीली बोली में अनुवाद में संलग्न सभी शिक्षक-शिक्षिकाओं का सम्मान किया गया. महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया और कलेक्टर नेहा मीना द्वारा भीली बोली में अनुवादकों का सम्मान कर इनकी सराहना की.


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