PM Modi Birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्म दिवस पर जहां देशभर में उनकी दीर्घायु के लिए उनके चाहने वाले और भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा अलग-अलग तरीके से जश्न मनाया जा रहा है और उन्हें जन्मदिन की बधाई दी जा रही है तो वहीं ग्वालियर में पीएम मोदी के समर्थकों ने उनके नाम की मूर्ती बनवाकर उसे भगवान की तरह स्थापित कर दिया गया मूर्ति भी उसे जगह स्थापित की गई जिस जगह पहले से ही राजमाता विजया राजे सिंधिया, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी जैसे महापुरुषों की प्रतिमा स्थापित है. ऐसे में यह एक ऐसा स्थान हो गया है जहां देश के दोनों प्रधानमंत्री की प्रतिमा एक साथ स्थापित हो गई है.


मध्य प्रदेश के ग्वालियर में मोदी प्रशंसकों में अंतर्राष्ट्रीय अभिभाषक मंच भी है, जिसने हाल ही में शहर की सत्यनारायण की टेकरी नामक पहाड़ी पर हिंदी माता मंदिर में पीएम नरेंद्र मोदी की प्रतिमा स्थापित की है.




राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी को बढ़ावा देने और हिंदी का समर्थन करने वाले अंतर्राष्ट्रीय अभिभाषक मंच ने सबसे पहले देश का इकलौता हिंदी माता मंदिर साल 1995 में  सत्यनारायण टेकरी पर बनवाया था.. उसके बाद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जीवित रहते ही उनकी मूर्ति इसी मंदिर में स्थापित की गई, जबकि इससे पहले राजमाता विजयाराजे सिंधिया की प्रतिमा भी इसी मंदिर में स्थापित की जा चुकी है और अब हिंदी दिवस के अवसर पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भी प्रतिमा स्थापित की गई, जहां इन तीनों नेताओं के प्रशंसक प्रतिदिन पूजा अर्चना करने पहुंचते हैं.


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मूर्ति स्थापना को लेकर अभिभाषक मंच का कहना है कि..पीएम नरेंद्र मोदी का वो व्यक्तित्व है, जिसने हिंदी को बचाने और हिंदी के लिए काम किया है, ऐसे में उनकी मूर्ति यहां स्थापित की गयी है.


वहीं जीवित रहते हुए पीएम नरेंद्र मोदी की मूर्ति स्थापित करने के सवाल पर कहा कि जो लोग महापुरूषों की श्रेणी में आ जाते है, तो उन्हें पूजने में कोई दिक्कत नही है, फिर चाहे मूर्ति लगाकर ही क्यों न पूजा जाएं..इसलिए अब हर रोज पीएम नरेंद्र मोदी की हिंदी माता की मंदिर में पूजा की जाएगी. आने वाले समय में इस मंदिर में मोदी, अटल और विजयाराजे सिंधिया के  प्रशंसकों (भक्तों) का सैलाब भी उमड़ेगा और  हिंदी के समर्थन में किए  जा रहे आंदोलन को और अधिक बल मिलेगा.


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