Ujjain Railway Station: धार्मिक नगरी उज्जैन के रेलवे स्टेशन की तस्वीर बदलने के लिए केंद्र सरकार ने बड़ा कदम उठाया है. उज्जैन के रेलवे स्टेशन को इंटरनेशनल एयरपोर्ट की तर्ज पर विकसित किया जाएगा. इसके लिए केंद्र सरकार ने 421 करोड़ रुपए की मंजूरी दे दी है. इसके अलावा उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र में भी तीन रेलवे स्टेशन की तस्वीर आने वाले समय में बदल जाएगी. उज्जैन आलोट संसदीय क्षेत्र के सांसद अनिल फिरोजिया ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उज्जैन के सर्वांगीण विकास के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं.


इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन रेलवे स्टेशन की दिशा और दशा बदलने के लिए 421 करोड़ रुपए की लागत से रेलवे स्टेशन को सुंदर बनाने के लिए प्रथम चरण का शिलान्यास किया है.  इसके बाद द्वितीय और तृतीय चरण में भी रेलवे स्टेशन का विकास होगा. उन्होंने बताया कि जिस प्रकार से इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को सुविधाएं मिलती है. इस तरह की सुविधा रेलवे स्टेशन का काम पूरा होने के बाद उज्जैन स्टेशन पर भी मिलने वाली है.


खाचरोद का रेलवे स्टेशन भी बनेगा आधुनिक


अनिल फिरोजिया ने बताया कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल महामहिम मंगू भाई पटेल ने नागदा रेलवे स्टेशन पर 29 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होने वाले रेलवे स्टेशन का शिलान्यास किया है. उनकी मौजूदगी में गरिमामय कार्यक्रम किया गया है. इसी प्रकार उज्जैन जिले के खाचरोद रेलवे स्टेशन को आधुनिक बनाने के लिए सरकार 25 करोड़ रुपए खर्च करने वाली है.  इसी तरह रुपेटा और ब्रिज पर 37 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे. इसका शिलान्यास भी हो चुका है.


रोजगार का बढ़ेगा अवसर


ऐसा माना जाता है कि जिस शहर में रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड का विकास होता है, वहां पर रोजगार के अवसर भी बढ़ जाते हैं. इसी बात को दृष्टिगत रखते हुए उज्जैन रेलवे स्टेशन का 421 करोड़ रुपए की लागत से विकास हो रहा है.  उज्जैन रेलवे स्टेशन पर प्रतिदिन 25000 से ज्यादा यात्रियों का आवागमन होता है. इसके अलावा नागदा और खाचरोद रेलवे स्टेशन भी काफी महत्व रखते हैं. नागदा रेलवे स्टेशन की पहचान जंक्शन के रूप में है. यहां पर दिल्ली मुंबई सहित कई राज्यों की ओर आने-जाने वाली गाड़ियों का आवागमन होता है.


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