MP News: इंदौर में हुकुमचंद मिल के कार्यक्रम में वर्चुअली शामिल होंगे PM मोदी, 30 साल बाद मजदूरों को मिलेगा उनके हक का पैसा
Indore News: CM मोहन यादव ने इंदौर में जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के साथ शनिवार को बैठक की. इस बैठक में इंदौर में 25 दिसंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई.
Madhya Pradesh News: मध्य प्रदेश के हुकुमचंद मिल्स इंदौर के एक कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) 25 दिसंबर को वर्चुअली शामिल होंगे. इस दिन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की जयंती भी है. इस कार्यक्र के दौरान 30 साल के अंतराल के बाद मिल श्रमिकों को उनका लंबित बकाया मिलेगा.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव शनिवार को उज्जैन में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के बाद हेलीकॉप्टर से अल्प प्रवास पर इंदौर एयरपोर्ट आए हैं. यहां उन्होंने जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों की एयरपोर्ट पर एक संयुक्त बैठक ली है. इस बैठक में इंदौर में कन्केश्वरी धाम में 25 दिसंबर को आयोजित होने वाले कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की गई
स्वच्छता को लेकर दिए ये निर्देश
इस दौरान डॉ. मोहन यादव ने अधिकारियों से कहा कि वह जल्द ही इंदौर संभाग की संभागीय स्तर की समीक्षा बैठक लेंगे. इस बैठक के पहले वह बैठक संबंधी सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ले. उन्होंने कहा कि विकास कार्यों और जनकल्याणकारी योजनाओं की क्रियान्वयन जनप्रतिनिधियों को साथ में लेकर करें. उन्होंने नगर निगम आयुक्त से कहा कि स्वच्छता की ओर विशेष ध्यान दें. यह सुनिश्चित करें कि स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर का जो गौरव बना है वह कायम रहे.
हुकुमचंद मिल्स कार्यक्रम की तैयारियों की ली जानकारी
उन्होंने इंदौर जिले के कानून व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी ली. बैठक में महापौर पुष्यमित्र भार्गव, विधायक रमेश मेंदोला, मधु वर्मा और गोलू शुक्ला आदि मौजूद थे. मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को मंत्रालय में हुकुमचंद मिल्स कार्यक्रम की तैयारियों की समीक्षा की. सीएम ने इंदौर प्रशासन को निर्देश दिया कि वह यह सुनिश्चित करें कि सभी श्रमिकों को सीधे उनके खाते में राशि मिले. इस संबंध में जिला प्रशासन के अधिकारी श्रमिक संगठनों से भी बात करेंगे. इससे 4,800 श्रमिकों से जुड़े लगभग 25,000 परिवार लाभान्वित होंगे. कार्यक्रम का आयोजन कनकेश्वरी धाम परिसर में किया जाएगा. बैठक में उन्होंने राज्य की विभिन्न बंद मिलों और उनके लंबित बकाये के बारे में भी जानकारी ली