MP: पूर्व राजस्व मंत्री के गढ़ इछावर में टूट रहे पीएम आवास, सैकड़ों लोग बेघर, आखिर क्या है वजह?
इच्छावर में घर तोड़े जाने से लोग नाराज हैं. बेघर हुए लोगों ने प्रशासन की कार्रवाई का विरोध किया है. उन्होंने आरोप लगाया कि कार्रवाई से पहले नोटिस नहीं मिला. संकट की घड़ी में बीजेपी नेता भी गायब हैं.
MP News: वरिष्ठ विधायक और पूर्व राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा के गढ़ इछावर में प्रधानमंत्री आवास योजना के मकानों पर बुलडोजर चल रहा है. प्रशासन ने अब तक 165 मकानों को तोड़ दिया है. आठ पीएम आवास पर भी बुलडोजर चला है. प्रशासन की कार्रवाई से लोग बेघर हो गए हैं. कई लोगों का रोजगार भी छिन गया है. गांव में अफरा तफरी का माहौल है. लोगों में प्रशासन की कार्रवाई से गुस्सा पनप रहा है. बेघर हुए लोगों की सुध लेने के लिए कोई जनप्रतिनिधि सामने नहीं आया है.
मकान तोड़े जाने के विरोध में सड़क पर उतरे लोग
जानकारी के अनुसार इछावर विधानसभा क्षेत्र में हाईवे सड़क का निर्माण चल रहा है. हाईवे निर्माण की जद में ग्राम भाऊखेड़ी के 165 घर आड़े आ रहे थे. नतीजतन घरों को हटाने का फैसला लिया गया. विरोध में लोगों ने सड़क पर उतरकर गुस्सा जाहिर किया. बता दें कि ब्रज गोपाल कंस्ट्रक्शन कंपनी भाऊखेड़ी जोड़ से लेकर अमलाह तक लगभग 18 किलोमीटर का 52 फीट चौड़ा हाईवे निर्माण कर रही है. हाईवे ग्राम भाऊखेड़ी के बीचो-बीच से भी निकल रहा है. सड़क की चौड़ाई में आने वाले लगभग 165 घरों को तोड़ा जा रहा है. कार्रवाई की जद में आए लोगों का आरोप है कि पहले सूचना नहीं दी गई. समय रहते सूचना मिलने पर वैकल्पिक व्यवस्था की जा सकती थी.
नोटिस और मुआवजा दिए बिना कार्रवाई का आरोप
उन्होंने बताया कि मुआवजा दिया गया और न ही रहने के लिए कोई नया घर. कई लोग बेरोजगार भी हुए हैं. लोगों का कहना है कि बैंकों से लोन लेकर दुकानें बनाई थीं. अब बैंक का कर्ज कैसे चुकाएंगे. बता दें प्रशासन की कार्रवाई में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बने मकानों को भी तोड़ा गया है. लोगों का कहना है कि संकट की घड़ी में बीजेपी नेता साथ नहीं दे रहे हैं और न ही विपक्ष आगे आया है. इछावर जनपद सीईओ शिवानी मिश्रा ने कहा कि मामला संज्ञान में है. मैं दिखवाती हूं कितने प्रधानमंत्री आवास टूटा है. सड़क का निर्माण कार्य चल रहा है. एसडीएम विष्णु प्रसाद यादव ने बताया कि एमपीआरडीसी के जरिए भाऊखेड़ी से अमलाहा तक रोड बनाया जा रहा है. सरकारी जमीन पर बनाए गए मकान को हटाया जा रहा है.