Jabalpur Hospital Fire : जबलपुर अग्निकांड में अस्पताल के चार डायरेक्टर के खिलाफ एफआईआर, प्रधानमंत्री कार्यालय में भी हुई शिकायत
MP News : पुलिस ने इस अग्निकांड के प्रत्यक्षदर्शी अतुल जैन और आग में झुलसे देवलाल वरकड़े और हल्की बाई के बयानों के आधार पर विजय नगर थाना में धारा 304, 308, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है.
जबलपुर: शहर के न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में सोमवार को लगी भीषण आग के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज किया है. पुलिस ने इस हादसे के लिए अस्पताल के चार डायरेक्टर्स को आरोपी बनाया है. इस अग्निकांड में आठ लोगों की मौत हो गई थी और पांच लोग झुलस गए थे. बहरहाल,पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी अतुल जैन और आग में झुलसे देवलाल वरकड़े और हल्की बाई के बयानों के आधार पर विजय नगर थाना में धारा 304, 308, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है. पुलिस ने अस्पताल को सील कर दिया है.
पुलिस ने किसके बयान पर दर्ज किया है केस
जबलपुर के एएसपी संजय अग्रवाल ने बताया कि प्रथम दृष्टया जांच में पाया गया है कि इस अस्पताल की फायर एनओसी नहीं थी और बिल्डिंग पूर्णता प्रमाण पत्र भी अस्पताल प्रबंधन के पास नहीं था. इसके साथ ही इस अस्पताल में अन्य बहुत सारी खामियां थीं, लेकिन इसके बावजूद भी यह अस्पताल चल रहा था.इन सभी बिंदुओं पर जांच कमेटी गौर करेगी.
बताया जा रहा है कि मौत का लाक्षा गृह बन गए हैं कि इस अस्पताल को सजाने के लिए अत्यधिक ज्वलनशील मटेरियल लगाया गया था. इस वजह से यह अस्पताल इलाज के लिए आए मरीजों और उनके परिजनों के लिए काल बन गया. फिलहाल अस्पताल के चार डायरेक्टर एवं अन्य सहयोगी खिलाफ पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. पुलिस अस्पताल के मैनेजर को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है.
अस्पताल के किन लोगों पर दर्ज हुआ है केस
जबलपुर के न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में डॉ. सुरेश पटेल,डॉ संजय पटेल,डॉ संजय सोनी और डॉ. निशांत गुप्ता डायरेक्टर हैं. हादसे के बाद से सभी फरार चल रहे हैं, जिन्हें पुलिस की टीम लगातार तलाश कर रही है. एएसपी संजय अग्रवाल का दावा है कि जल्द से जल्द सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा.
बहरहाल,पुलिस ने प्रत्यक्षदर्शी अतुल जैन और आग में झुलसे देवलाल वरकड़े और हल्की बाई के बयानों के आधार पर विजय नगर थाना में धारा 304, 308, 34 के तहत एफआईआर दर्ज की है और अस्पताल को सील कर दिया.एफएसएल की टीम भी आग के कारणों की जांच कर रही है.पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि परमिशन देने वाले सरकारी अफसरों की क्या भूमिका थी.
प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई शिकायत
अस्पताल अग्निकांड मामले में इंजीनियरिंग स्टूडेंट्स आर्गेनाईजेशन के प्रवीण सिंह ने प्रधानमंत्री समेत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को ई-मेल के ज़रिए शिकायत की है. केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव आलोक सक्सेना को इस शिकायत की जाँच की ज़िम्मेदारी दी गई है. शिकायत में फर्जी तरीके से मान्यता देने की बात कही गई है. फर्जी लेआउट तैयार कर अस्पताल खोलने की अनुमति का जिक्र शिकायत में किया गया है. इसमें ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की गई है.
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